
Ranchi : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के जिला कृषि केंद्रों में काम करने वाले संविदाकर्मियों को कुछ सालों से छह-छह माह के एक्सटेंशन पर रखा जा रहा है और हर छह माह पर इनका वेतन रोक दिया जाता है.
इन कर्मियों की कुल संख्या 54 है जिनमें कार्यालय अधीक्षक, आशुलिपिक आदि शामिल हैं.
ये संविदा कर्मी 2005 से कृषि केंद्रों में काम कर रहे है. इसके बाद भी न ही इन्हें नियमित किया गया और न ही सही से एक्सटेंशन दिया जाता है.


इस बार भी कर्मचारियों को एक्सटेंशन तो दिया गया, लेकिन सिंतबर तक ही. ऐसे में कर्मचारियों क सामने परेशानी है कि सिंतबर के बाद फिर से इनका वेतन रोक दिया जायेगा.




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आइसीएआर नहीं देना चाहती इन कर्मियों को वेतन
इन संविदा कर्मियों को वेतन आइसीएआर (Indian Council of Agricultural Research) की ओर से दिया जाता है. पिछले कुछ सालों से आइसीएआर इन कर्मियों को भुगतान नहीं करना चाहती. जबकि संविदा अवधि समाप्त होने के बाद भी इनसे काम लिया जाता रहा.
संविदा कर्मियों से जानकारी मिली की इस बार ही नहीं, इसके पहले भी दो बार छह-छह माह में वेतन रोका जाता रहा है.
कर्मचारियों का कहना है कि झारखंड सेवा नियमितीकरण नियमावली 2015 के तहत दस सालों से अधिक समय से कार्यरत संविदा कर्मियों का स्थायीकरण किया जाना है लेकिन इन्हें नियमित नहीं किया जा रहा है.
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अप्रैल माह से बाकी है वेतन
17 अक्टूबर को इन संविदाकर्मियों की मुलाकात विश्वविद्यालय प्रबंधन से हुई जिसके बाद 19 अप्रैल 2019 से 30 सिंतबर 2019 तक का एक्सटेंशन इन्हें दिया गया.
फिलहाल इन कर्मियों का अप्रैल माह से वेतन नहीं दिया गया है. फिर से इन्हें मात्र सिंतबर तक का एक्सटेंशन दिया गया.
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