
New Delhi: कांग्रेस ने काफी इंतजार और मंथन के बाद बृहस्पतिवार देर रात राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 152 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. इस सूची में पार्टी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट सहित कई वरिष्ठ नेताओं के नाम हैं. लेकिन लिस्ट जारी होने के साथ ही असंतुष्ट कार्यकर्ताओं का हंगामा शुरु हो गया है.

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बीकानेर में कांग्रेस के दिग्गज नेता बीडी कल्ला का टिकट काटे जाने से नाराज उनके समर्थकों ने जमकर हंगामा किया और कुर्सियां जलाई. वही कुछ कार्यकर्ताओं में अंसतोष भी देखा गया. वही 15 सालों से कांग्रेस की सक्रिय राजनीति कर रहे पूर्व केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री नमोनारायण मीणा देवली उनियारा से चुनाव लड़ना चाह रहे थे, लेकिन ऐन मौके पर उनके सगे भाई और बीजेपी से सांसद हरीश मीणा कांग्रेस में शामिल होकर वहां से टिकट ले उड़े.
राहुल के वादे की निकली हवा !
राजस्थान चुनाव में उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि इस बार किसी भी पैराशूट कैंडिडेट को टिकट नहीं मिलेगी. अगर कोई पैराशूट से आएगा तो वे 200 किलोमीटर ऊपर उसका पैराशूट काट देंगे. इस बात पर कार्यकर्ता भी काफी खुश नजर आये. लेकिन 152 उम्मीदवारों की सूची में 6 पैराशूट कैंडिडेट को कांग्रेस ने टिकट दिया है. जिनमें-
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हबीबुर्रहमान: नागौर से विधायक हबीबुर्रहमान ने महज चौबीस घंटे पहले ही बीजेपी छोड़ कांग्रेस का हाथ थामा था. कांग्रेस ने नागौर से उन्हें कैंडिडेट बनाया है.
हरीश मीणा: दौसा से बीजेपी सांसद रहे हरीश मीणा ने भी एक दिन पहले ही पार्टी बदली है. उन्हें देवली उनियारा सीट पर उतारा गया है.
कन्हैया लाल झंवर: कन्हैया लाल झंवर को बीकानेर पूर्व से कांग्रेस ने मैदान में उतारा है, झंवर लिस्ट जारी होने से 5 घंटे पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे.
सोना देवी बावरी: पिछली चुनाव में जमींदारा पार्टी की टिकट पर विधायक बनीं सोना देवी बावरी को इस बार कांग्रेस ने रायसिंहनगर से अपना कैंडिडेट बनाया है.
सवाई सिंह गोदारा: टिकट जारी करने से एक दिन पहले ही पूर्व आईपीएस अधिकारी गोदारा ने वीआरएस लिया और उन्हें कांग्रेस ने खिंवसर से मैदान में उतारा है.
राजकुमार शर्मा: नवलगढ़ के निर्दलीय विधायक शर्मा को भी कांग्रेस ने नवलगढ़ से अपना प्रत्याशी बनाया है.
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से ये भी वादा किया था कि काम करने वालों को टिकट मिलेगी. पार्टी अध्यक्ष ने कहा था कि नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट नहीं दिया जायेगा. लेकिन कांग्रेस की लिस्ट पर नजर डालें तो पता चलता है कि पार्टी ने 15 नेताओं के रिश्तेदारों को मौका दिया है.
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टोंक से किस्मत आजमाएंगे पायलट
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत अपनी वर्तमान एवं परंपरागत सीट सरदारपुरा से चुनाव लड़ेंगे. पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे पायलट टोंक से किस्मत आजमाएंगे. पूर्व केंद्रीय सीपी जोशी नाथद्वारा से, रामेश्वर डूडी नोखा से और गिरिजा व्यास उदयपुर से चुनाव मैदान में उतरेंगी. केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक में इस सूची को मंजूरी दी गई.
गौरतलब है कि गत बुधवार को गहलोत ने यह घोषणा करके राज्य एवं पार्टी के भीतर की राजनीतिक हलचल तेज कर दी थी कि वह और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट तथा राज्य इकाई के अन्य वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ेंगे. ज्ञात हो कि राज्य विधानसभा की 200 सीटों के लिए सात दिसंबर को मतदान होगा.