
Dumka: सावन के महीने में बासुकिनाथ धाम में श्रद्धालुओं ने करीब ढाई करोड़ का चढ़ावा अर्पण किया है. गोलक और दान से प्राप्त चांदी का द्रव्य कुल 4528 ग्राम तथा सभी मदों से कुल आय 2,42,69,564 रुपया प्राप्त हुआ है.
तीन लाख 55 हजार कांवरिया अपनों से बिछड़े
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा पूरे श्रावणी मेला के दौरान विभिन्न शिविरों में बिछड़ों को हम मिलाते हैं के माध्यम से कुल 3,55,086 कांवरियों को उनके परिजनों से मिलाया गया. विभिन्न चिकित्सा शिविरों के माध्यम से 90, 350 कांवरियों का उपचार किया गया.


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27 लाख 69 हजार कांवरियों ने किया जलार्पण
राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2018 में कुल 27, 68,988 कांवरियों ने जलार्पण किया. जिसमें सामान्य दर्शनार्थी की संख्या 22,66,344, जलार्पण काउंटर से दर्शनार्थी की संख्या 4,19,080, शीघ्रदर्शनम से दर्शनार्थी की संख्या 62,402 एवं डाकबम की संख्या 21,162 कांवरियां ने जलार्पण किया है. सिक्के की बिक्री में 10 ग्राम चांदी का सिक्का 245 अदद एवं 05 ग्राम चांदी का सिक्का 288 अदद तथा 2 ग्राम सोने का सिक्का 2 अदद बिक्री किया गया.
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भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ श्रावणी मेला संपन्न
इधर राजकीय श्रावणी मेला का भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समापन सोमवार को हुआ. श्रावणी मेले के अंतिम दिन बाबा फौजदारी नाथ के दरबार भक्तिमय माहौल में सराबोर रहा. सावन का पूर्णिमा होने के कारण बाबा भोलेनाथ के अनन्य भक्त अहले सुबह से ही जलार्पण करने के लिए बाबा फौजदारी नाथ के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचने लगे थे.
कार्यक्रम में टी-सिरीज के कलाकार जौली छाबड़ा की भक्तिमय प्रस्तुति पर श्रद्धालु भावविभोर दिखे. नृत्य के माध्यम से शिव गाथा की भावविभोर करने वाली प्रस्तुति रांची से आये कलाकारों ने दी. डीडीसी वरुण रंजन ने स्वागत भाषण दिया. वहीं मंच पर विधायक बादल पत्रलेख, पूर्व सांसद अभयकांत प्रसाद ने राजकीय श्रावणी मेला के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन, पुलिस पदाधिकारी, सुरक्षा में तैनात जवान, टीम पीआरडी के सदस्य के साथ-साथ मीडिया कर्मियों को भी बधाई दी.
एसपी किशोर कौशल ने मेला में तैनात रहे सुरक्षाकर्मियों के लिए 5 दिन अवकाश की घोषणा मंच से की. समापन भाषण देते हुए डीसी मुकेश कुमार ने मेला में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी, धर्मरक्षिणी सभा के सदस्य, टीम पीआरडी, एनडीआरएफ, सफाईकर्मी सहित तमाम लोगों का धन्यवाद दिया. जो किसी ना किसी रूप से राजकीय श्रावणी मेला से जुड़े रहे.