
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23-24 मई को जापान की राजधानी टोक्यो में होंगे. इस दौरे में मोदी जहां एक तरफ क्वाड नेताओं की शिखर बैठक में शामिल होंगे. करीब 40 घंटे की इस यात्रा में उनकी मुलाकातें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के नए पीएम से भी होनी हैं. साथ ही पीएम 23 कार्यक्रमों में शामिल होंगे.
PM Modi will have a bilateral meeting with US president Biden on 24th May. The India-US relationship is multi-faceted, has acquired momentum, depth and is diversified: Foreign Secretary Vinay Kwatra pic.twitter.com/VdA8OQPT3A
— ANI (@ANI) May 21, 2022


प्रधानमंत्री मोदी की इस तीसरी जापान यात्रा में जहां एक तरफ क्वाड नेताओं की दूसरी प्रत्यक्ष का महत्वपूर्ण एजेंडा चर्चा की मेज पर होगा. वहीं द्विपक्षीय वार्ताओं के दौरान भी निवेश, व्यापार, सुरक्षा, तकनीक समेत कई मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातचीत होनी है. पीएम मोदी 22 मई की रात जापान के लिए रवाना होंगे और 23 मई को टोक्यो पहुंचते ही उनके कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू हो जाएगा.


Elections are being held in Australia today, the next Australian PM is likely to attend the Quad Summit. It is expected that the PM will meet the new Australian leader in Tokyo: Foreign Secretary Vinay Kwatra pic.twitter.com/cyVBiNSlxR
— ANI (@ANI) May 21, 2022
आर्थिक और सुरक्षा की चुनौतियों पर बातचीत
क्वाड के भविष्य और उसके प्रभावी बने रहने के लिहाज से टोक्यो की बैठक को खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसकी बड़ी वजह है कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के अनेक देश जहां आर्थिक और सुरक्षा की चुनौतियों से जूझ रहे हैं. वहीं क्वाड के वादे जमीन पर उतरने में फिलहाल कमजोर ही नजर आते हैं. ऐसे में अमेरिका-जापान-भारत और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं की कोशिश होगी की ठोस नतीजे देने वाली योजनाओं को तेजी से बढ़ाया जाए.
क्या है क्वाड का एजेंडा
जापान के प्रधानमंत्री कार्यालय कांतेई में आयोजित की जाने वाली क्वाड नेताओं की शिखर बैठक में इस बार जहां पिछली बैठक के फैसलों की समीक्षा होगी. वहीं हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आपसी साझेदारी और अन्य देशों के साथ भागीदारी का ताना बाना मजबूत करने की योजना आगे बढ़ाई जाएगी.
हाइड्रोजन समेत वैकल्पिक ईंधन पर सहयोग
जलवायु परिवर्तन और बढ़ती ईंधन की चुनौती क्वाड नेताओं की टोक्यो बैठक एक अहम मुद्दा होगा. क्वाड की योजना हिंद-प्रशांत क्षेत्र में ग्रीन-शिपिंग नेटवर्क बनाने की है जिसका कार्बन उत्सर्जन न के बराबर हो. साथ ही हाइड्रोजन के इस्तेमाल को बढ़ाने और उसके लिए सहयोग का ढांचा बनाने पर जोर होगा. क्वाड देश जलवायु परिवर्तन पर भी सक्रिय सूचना साझेदारी बढ़ाएंगे.
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