
- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर दी जानकारी
New Delhi : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों के काफिले पर गुरुवार को हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल व्याप्त है. लोग सरकार से पाकिस्तान से बदला लेने की मांग कर रहे हैं. इस बीच देश के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने घोषणा की है कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा खत्म करने के बाद भारत ने पाकिस्तान से आयातित सभी तरह के सामान पर सीमा शुल्क को बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया है. वित्त मंत्री जेटली ने शनिवार शाम ट्वीट किया, “पुलवामा घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान से MFN का दर्जा वापस ले लिया है. इसके हटने के बाद पाकिस्तान से भारत आनेवाले सभी सामान पर बेसिक कस्टम ड्यूटी को बढ़ाकर तत्काल प्रभाव से 200 फीसदी कर दिया गया है.”
India has withdrawn MFN status to Pakistan after the Pulwama incident. Upon withdrawal, basic customs duty on all goods exported from Pakistan to India has been raised to 200% with immediate effect. #Pulwama
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 16, 2019






भारत ने 1996 में दिया था पाकिस्तान को MFN का दर्जा
बता दें कि भारत ने पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर आतंकी हमले के बाद शुक्रवार को पाकिस्तान का MFN का दर्जा खत्म कर दिया था. भारत ने पाकिस्तान को विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) बनने के एक साल बाद 1996 में एमएफएन का दर्जा दे दिया था. हालांकि, पाकिस्तान ने अब तक भारत को यह दर्जा नहीं दिया था.
यह होगा असर
सीमा शुल्क बढ़ाये जाने का पाकिस्तान से भारत को होनेवाले निर्यात पर बड़ा असर होगा, जो 2017-18 में करीब 3,482 करोड़ रुपये का था. पाकिस्तान मुख्य तौर पर भारत को ताजे फल, सीमेंट, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, खनिज और तैयार चमड़ा आदि निर्यात करता है. पाकिस्तान से मुख्य तौर पर आनेवाले दो सामान, फल और सीमेंट पर अभी क्रमश: 30-35% और 7.5% टैक्स ही लगता था. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, आयात शुल्क को 200 फीसदी बढ़ाने का मतलब पाकिस्तान से आयात बैन करने जैसा ही है
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