
Ranchi : हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन को बचाने के लिए राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किया गया. विरोध कार्यक्रम सीपीआइएम की ओर से सभी जिला मुख्यालयों, प्रखंडों, पंचायतों में किया गया. इस दौरान रामगढ़, पतरातू, बेरमो, बोकारो, गढ़वा, पाकुड़ आदि जगहों में सीपीआइएम कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज किया. सीपीआइएम राज्य कमेटी से जानकारी मिली कि राज्य के अलग-अलग हिस्सों में कार्यकर्ताओं और वाम संगठन विरोध कार्यक्रम में शामिल हुए.
कार्यकर्ताओं ने इस दौरान राज्य सरकार से एचईसी को टेकओवर करने की मांग की. राज्य सचिव प्रकाश विप्लव ने कहा कि ओड़िशा, करेल जैसे राज्यों में कई भारी उद्योगों को राज्य सरकार ने टेक ओवर किया है. जिसका सफल संचालन वर्तमान समय में हो रहा है. ऐसे में राज्य सरकार को भी एचईसी को बचाना चाहिए.
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राज्य में नहीं होगी रोजगार की समस्या




श्री विप्लव ने कहा कि रक्षा मंत्रालय और इसरो समेत कई कंपनियों से लगभग 1800 करोड़ का वर्क ऑर्डर भी है. इसके अलावा एचईसी का विभिन्न प्रतिष्ठानों पर लगभग 660 करोड़ रुपये बकाया भी है. अगर यह बकाया राशि ही एचईसी को तत्काल भुगतान हो जाये तब वह वर्तमान संकट से निकल सकता है.
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सबसे बड़ी समस्या है कि एचईसी में काम करनेवाले 80 फीसदी लोग स्थानीय निवासी हैं. प्लांट के बंद होने से बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो जायेगी. सरकार इस कॉरपोरेशन को टेक ओवर करती है तो इससे रोजगार की समस्या भी नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एचईसी का निजीकरण चाहती है. नीति आयोग ने भी केंद्र सरकार से इस संबध में सिफारिश की है. जिसके कारण एचईसी के मामले में केंद्र सरकार ढीला रवैया अपना रही है.
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