
Ranchi: आखिल झारखंड छात्र संगठन (आजसू) के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सिंह ने छात्र-छात्राओं व युवाओं की समस्याओं को लेकर चिंता व्यक्त की है.
उन्होंने कहा कि रांची में लॉज-हॉस्टल संचालकों की ओर से छात्र-छात्राओं पर रेंट देने को लेकर दबाब बनाया जा रहा है वहीं निजी विद्यालयों एवं संस्थानों के द्वारा शुल्क वसूली के प्रयास हो रहे हैं. वर्तमान समय में यह सभी के लिए कष्टकारी है.
गौतम सिंह आगे कहा कि हमारी सामाजिक संरचना ऐसी है कि यहां हर कोई अपने जीविकोपार्जन एवं संसाधन सुगमता के लिए एक दूसरे पर आश्रित है.
अतः सरकार एवं समाज के बुद्धिजियों के द्वारा सभी वर्ग के हितों की रक्षा हेतु सामाजिक और राजनीतिक समन्वय स्थापित होना चाहिए.
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सभी आर्थिक बोझ को लेकर चिंतित
सिंह ने कहा कि आज की परिस्थिति में जहां छात्र छात्राओं के अभिभावक शैक्षणिक शुल्क भुगतान एवं लॉज-हॉस्टल के रेंट भुगतान रूपी आर्थिक बोझ को लेकर चिंतित हैं, वहीं लॉज-हॉस्टल संचालक एवं स्कूल प्रबंधन भी अपनी विषम परिस्थिति, शिक्षकों-कर्मचारियों के वेतन एवं विभिन्न ऋण आदि की विवशता को सामने रख रहे हैं.
आजसू का मानना है कि ऐसी परिस्थिति में किसी एक वर्ग के लिए आवाज उठाना उचित नहीं है. वर्तमान में आवश्यकता है कि सामाजिक एवं राजनीतिक समन्वय बनाकर सभी के हितों की रक्षा हेतु पहल होनी चाहिए.
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सरकार की भूमिका अहम
गौतम ने कहा कि इन कार्यों में सरकार की भी भूमिका बहुत अहम है, अतः सरकार को इसके लिए सभी से बातचीत कर बीच का रास्ता निकालना चाहिए.
आजसू सरकार से आग्रह करती है कि सरकार ऐसी कार्य योजना तैयार करे जिससे छात्र छात्राओं, लॉज- हॉस्टल संचालकों एवं विद्यालय प्रबंधन के आर्थिक बोझ को कम किया जा सके ताकि इनसे जुड़े लोग कम से कम प्रभावित हों.
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