Ranchi: श्री रामकृष्ण सेवा संघ के सहायक सचिव और शहर के सामाजिक कार्यकर्ता तुषार कांति शीट ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल के दौरान शहर के कुछ निजी अस्पताल संचालक मरीजों की विवशता का नाजायज फायदा उठाने में लगे हुए हैं. उनका जमकर दोहण-शोषण कर रहे हैं.
इलाज के नाम पर मरीजों के परिजनों से मनमानी राशि वसूलने में लगे हैं अस्पताल
इलाज के नाम पर मरीजों के परिजनों से मनमानी राशि वसूलने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि आपदा के समय पीड़ितों की सहायता करें न कि उनकी विवशता का अनुचित लाभ उठाएं. श्री शीट ने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा की आड़ में कुछ निजी अस्पताल संचालकों का अमानवीय चेहरा उजागर हुआ है. सरकार को इसे संज्ञान में लेकर वैसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के कारण दवाओं और अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी भी चरम पर है। मरीजों से दवाओं और उपकरणों के एवज में मनमानी राशि वसूली जा रही है.
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उन्होंने कहा कि आपदा के समय लोगों को पीड़ितों की सहायता के लिए निस्वार्थ भाव से आगे आने की जरूरत है. लेकिन ऐसा देखा जा रहा है कि कुछ निजी अस्पताल संचालक कोवड संक्रमित मरीजों के इलाज के एवज में उनके परिजनों से मोटी रकम वसूल रहे हैं. सरकार के दिशा-निर्देशों की खुल्लम-खुल्ला धज्जियां उड़ाते हुए कुछ निजी अस्पताल संचालक अपनी मनमानी पर आमादा हैं.
आवश्यक दवाओं और चिकित्सा की कमी से जूझ रहे हैं मरीज
उन्होंने कहा कि एक तो कोरोना संक्रमित मरीज अस्पतालों में बेड की कमी, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन की कमी, आवश्यक दवाओं और चिकित्सा की कमी से जूझ रहे हैं, वहीं, दूसरी तरफ और कुछ दवा विक्रेता और निजी अस्पताल संचालक उनकी विवशता का नाजायज फायदा उठाने में लगे हैं.
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