
NewDelhi : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर का मानना है कि हिंदुत्व को राजनीतिक रूप से पेश करना कुछ और नहीं बल्कि हिंदू धर्म पर प्रहार है. थरूर यह भी कहा है कि सहस्राब्दियों से विश्व कल्याण की कामना करने वाले हिंदू धर्म ने बाहरी आक्रमणों में अपनी प्रतिरोध क्षमता का प्रदर्शन किया है किंतु भीतर से होने वाले हमलों के कारण अब यह अपनी कमजोरी दिखा रहा है.
इसे भी पढ़ें : तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या ने सास राबड़ी देवी व ननद मीसा भारती पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया
हिंदुत्व की राजनीति का विरोध किया जाना चाहिए
अपनी नयी पुस्तक द हिंदू वे-एन इंट्रोडक्शन टू हिंदुइज्म में शशि थरूर ने हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण दर्शनों जैसे अद्वैत वेदांत पर गहन चिंतन किया है और उन प्रारंभिक धारणाओं की ओर ध्यान दिलाया है जो धर्म का आधार हैं.
इसे भी पढ़ें : #RSS के कार्यक्रम में शाह ने कहा, #Article370 देश की एकता-अखंडता के लिए ठीक नहीं था
यह वह हिंदुत्व नहीं जिसने बाबरी मस्जिद तोड़ी
जान लें कि यह पुस्तक उनकी पूर्व की किताब वाई आई एम ए हिंदू की श्रृंखला की अगली कड़ी है. शशि थरूर ने किताब में लिखा, हिंदू धर्म अपने खुलेपन, दूसरे विचारों का सम्मान करने और अन्य विश्वासों को स्वीकार करने के लिए जाना जाता है. यह एक ऐसा धर्म है जो अन्य धर्मों के भय के बिना डटा रहा.
लेकिन यह वह हिंदुत्व नहीं है जिसने बाबरी मस्जिद तोड़ी, न ही यह सांप्रदायिक राजनीतिक नेताओं द्वारा घृणा भरे बोलों का वमन है.अठारह पुस्तकें लिख चुके थरूर ने कहा कि हिंदुत्व का ऐसा दृष्टिकोण पेश करने के लिए हिंदुत्व की राजनीति का विरोध किया जाना चाहिए.
इसे भी पढ़ें : #Congress का तंज, भारत का कर्ज 88 लाख करोड़ हुआ, #PMModi कहते हैं, भारत में सब अच्छा है