
Ranchi : राज्य के बच्चों को उत्कृष्ट स्कूली शिक्षा मिल सके. अन्य बोर्ड के स्टूडेंट्स के साथ बेहतर करियर की राह में आगे बढ़ सके, इसके लेकर शिक्षा विभाग काफी गंभीर है. स्कूली शिक्षा में बदलाव लाने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है. यह प्रस्ताव नये स्कूल खोलने और स्कूलों को बेहतर बनाने का है.
सरकार की ओर से कैबिनेट में मंजूरी मिल जाती है तो राज्य के बच्चों को जल्द ही 4500 मॉडल स्कूलों का उपहार मिलने वाला है. वहीं कैबिनेट की मंजूरी मिलने के साथ ही 80 स्कूलों को उत्कृष्ट स्कूल के रूप में परिवर्तित भी किया जायेगा. राज्य शिक्षा परियोजना की ओर से जिलावार ऐसे स्कूलों की सूची तैयार की जा चुकी है.
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शिक्षक, भवन, लैब और लाइबेरी से लैस होंगे लीडर स्कूल
4500 लीडर स्कूल शुरू करने का जो प्रस्ताव तैयार किया गया है, उसमें लीडर स्कूल की रूप रेखा तय की गयी है. इस रूपरेखा के तहत हर लीडर स्कूल शिक्षक, भवन, लैब और लाइब्रेरी सहित अन्य सुविधाओं से लैस होगा. सभी आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के बाद ही स्कूल की शुरूआत की जायेगी. इन लीडर स्कूल को शुरू करने का मकसद इसी तर्ज पर दूसरे स्कूलों को भी तैयार करना है.
प्रस्ताव के मुताबिक हर पंचायत में एक स्कूल लीडर स्कूल के रूप में विकसित होगा. वहीं राज्य के जिला स्कूल सहित अन्य स्कूलों को लीडर स्कूल बनाने की बात की जा रही है. डेवलप किये गये लीडर स्कूलों में क्लास वन से 12वीं तक की पढ़ाई होगी. विद्यालयों का सर्टिफिकेशन भी होगा. इन लीडर स्कूलों को एक साल में कम से कम ब्रॉन्ज सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा.
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सबसे अधिक गिरिडीह और सबसे कम लोहरदगा में स्कूल चिन्हित
मॉडल स्कूल खोलने को लेकर विभाग की ओर से सभी जिला से स्कूल, शिक्षकोंकी संख्या और उपलब्ध संसाधनों की जानकारी मांगी गयी थी. इसी आधार पर स्कूलों का चयन किया गया है. परियोजना की ओर से मिले आंकड़ के अनुसार गिरिडीह से सबसे अधिक और लोहरदगा से सबसे कम स्कूल का चयन किया गया है. इसमें गिरिडीह में 368, रांची में 302, पलामू में 282, हजारीबाग में 255, धनबाद में 255, बोकारो में 239, पश्चिमी सिंहभूम में 219 ,पूर्वी सिंहभूम में 217, गढ़वा में 214, दुमका 207, गोड्डा में 205, देवघर में 194, साहिबगंज में 163, गुमला में 160, चतरा में 154, खूंटी में 87 और लोहरदगा में 66 विद्यालय चिन्हीत किये गये हैं लोहरदगा में चिह्नित किये गये हैं.
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80 स्कूल भी बनेंगे उत्कृष्ट
लीडर स्कूल बनाने के साथ शिक्षा विभाग राज्य के 80 स्कूलों को उत्कृष्ट बनाने की दिशा में भी काम कर रहा है. इन स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करायी जायेगी. राज्य के हर जिले के एक गर्ल्स स्कूल को उत्कृष्ट बनाया जायेगा. इन स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. उत्कृष्ट बनने वाले स्कूलों में कस्तूरबा स्कूल सहित सरकार के अन्य स्कूल शामिल हैं.
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