गर्भवती महिला दर्द से कराहती रही, डॉक्टर अस्पताल के कमरे में सोते रहे

Simdega: सदर अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही एक बार भी उजागर हुई है. मंगलवार को अहले सुबह एक गर्भवती महिला दर्द से कराहती रही रही. लेकिन, डॉक्टर अपने कमरे में खर्राटे मारते रहे. जानकारी के मुताबिक शहरी क्षेत्र के खिजरी खुंटीटोली निवासी रिटू कुमार की गर्भवती पत्नी मंजु देवी को मंगलवार की रात पेट दर्द उठा. दर्द इतना तेज था कि वह कराहने लगी. उसके पति रिटू कुमार ने 108 एंबुलेंस को फोन पर सूचना दी.
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नब्ज देखने के बाद फिर सोने चले गये डॉक्टर
सूचना मिलते ही एंबुलेंस उसके घर पहुंचा और पीड़ित महिला को लेकर अहले सुबह करीब तीन बजे सदर अस्पताल पहुंचा. तब नाइट ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर डॉ अरुण खर्राटे मार रहे थे. मंजु देवी का पति डॉक्टर के कमरे का दरवाजा पीटता रहा. काफी मशक्कत के बाद डॉ साहब उठे. मरीज का नब्ज देखकर डॉक्टर बोले इसे कुछ भी नहीं हुआ है. कुछ होगा तब इलाज किया जाएगा. इसके बाद डॉ अरुण फिर से दरवाजा बंद कर खर्राटे मारने लगे.
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उपायुक्त से शिकायत के बाद सीएस ने की पहल
इधर मंजु देवी दर्द से कराह रही थी. बाद में कुछ लोगों के प्रयास से इस घटना की सूचना उपायुक्त को दी गयी. उपायुक्त ने तुरंत फोन के माध्यम से सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार सिन्हा को दिशा-निर्देश दिये. सूचना मिलते ही करीब पांच बजे सीएस डॉ सिन्हा व सदर अस्पताल के डीएस डॉ एसएस पासवान सदर अस्पताल पहुंचे और मरीज को भरती कर इलाज सुनिश्चित कराया. फिलहाल मरीज की स्थिति ठीक बतायी जा रही है.
स्पष्टीकरण मांगा गया है: सीएस
इस संबंध में सदर अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार सिन्हा ने कहा कि इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण का जवाब मिलते ही विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. डॉ सिन्हा ने यह भी कहा कि इस मामले को उपायुक्त ने भी गंभीरता से लिया है और उनके द्वारा भी आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं.