
Ranchi : केंद्र सरकार की ओर से शुरू किये गये प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ राज्य की पंजीकृत महिलाओं को पूरी तरह से नहीं मिल पा रहा है. योजना की शुरुआत से लेकर अब तक लगभग 80 हजार ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें पहली किस्त तक नहीं मिल पायी है. बताते चलें कि इस योजना की शुरुआत को यह तीसरा साल चल रहा है. आंगनबाड़ी के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद महिलाओं तीन किस्त में केंद्र सरकार की ओर से राशि दी जाती है.
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राज्य की ऐसी है स्थिति


विभागीय आंकड़ों के मुताबिक साल 2017 में शुरू हुई इस योजना के तहत झारखंड में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत लाभ पाने वाले लाभार्थियों (रजिस्टर्ड) की संख्या 6,25,264 है. इनमें से 5,45,401 लाभार्थियों को भुगतान किया गया है. अब भी लगभग 80 हजार लाभार्थी ऐसे हैं जो भुगतान का इंतजार कर रहे हैं. जिन लाभार्थियों को भुगतान किया गया है उन्हें भी तय समय में राशि नहीं मिल पायी है. ये आंकड़े जुलाई माह तक के हैं.




राज्य में औसतन 37 दिनों में लाभ की राशि लाभुकों को दी जा रही है. जबकि योजना के नियम के मुताबिक एक लाभार्थी को रजिस्ट्रेशन की पहली तिमाही में 30 दिनों के भीतर पहली किस्त दे देनी है.
इसी तरह हर तीन महीने की राशि लाभुक को तिमाही शुरू होने के पहले 30 दिनों में देनी है. झारखंड में ऐसा नहीं हो पा रहा है.
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क्या है यह योजना
केंद्र सरकार की ओर से गर्भवती महिलाओं के लिए प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत की गयी. इस योजना की शुरुआत भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी 2017 को की गयी. इसे नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट 2013 के अंतर्गत आरंभ किया गया है. इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है जिससे वह अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सके.
आंकड़ों में झारखंड
- कुल रजिस्टर्ड लाभार्थी : 6,25,264
- जिन्हें मिली राशि : 5,45,401
- पहली किस्त मिली : 3,66,896
- दूसरी किस्त मिली : 3,62,039
- तीसरी किस्त : 2,76,226
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