
Tripurari Singh
Hazaribaag : मुख्यमंत्री रघुवर दास एक तरफ राज्य के लोगों को 24 घंटे बिजली देने का दावा करते हैं. वहीं हजारीबाग नगर निगम अंतर्गत खिरगांव श्मशान की हालत आज काफी खराब है. सोशल मीडिया फेसबुक में त्रिपुरारी सिंह ने लिखा है कि कह सकते हैं कि ग़रीबी रेखा से नीचे बसर कर रहे हजारीबाग नगर निगम की हालत खस्ता है.
यहां के खिरगांव श्मशान की बिजली काट दी गयी है. बकौल बिजली विभाग में 9.80 लाख का बकाया हो गया है, जो कि अल्टीमेटम दिये जाने के बाद भी जमा नहीं हुआ.


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एक लाश जलाने में करीब 33 हजार का खर्च
इन्होंने लिखा है कि यहां की स्थिति यह है कि श्मशान घाट में नगर निगम का एक रजिस्टर के अलावा कुछ नहीं. यहां की पक्की जमीन में ढलाई का काम, शेड निर्माण, पानी, लाइट, लकड़ी सभी कुछ जनता के सहयोग से हुआ है. नगर निगम तो केवल श्मशान टैक्स लेने का ही केवल काम करता है.
जबकि सुविधाओं के नाम पर बाबाजी का ठल्लु. बिजली विभाग की बानगी देखिए कि अभी तक इस घटिया विद्युत शवदाह गृह में 30 लाशें ही जली हैं. विद्युत शवदाह गृह में मीटर भी लगा है, जिसका बिल लगभग 10 लाख का है. मतलब कि एक लाश जलाने में करीब 33 हजार का खर्च हो चुका है. यह अंधेरगर्दी है क्या?
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2 करोड़ की लागत में कमीशन 20 लाख
निगम वालों ने घटिया मशीन ख़रीदा है. बल्कि यूं कहें कि भाजपा ने घटिया मशीन ख़रीदी है. लोगों को यह कहकर बेवकूफ बनाया जा रहा है कि उसको खुराक नहीं मिल पाती. पर यह उक्ति घटिया है.
क्योंकि आधुनिक मशीन को गरम होने में 35 मिनट लगते हैं और जलने में भी 35 मिनट. यह मशीन 4 घंटे में गरम होती है और 4 घंटे लाश जलने में लगते हैं. खालिद ने एक लाश, जो लावारिस थी, चार घंटे में विद्युत शवदान गृह से बाहर लकड़ी से जलाया.
इस शवदाह गृह को 2 करोड़ की लागत से बनाया गया है. 20 लाख का कमीशन है. इसलिए सभी चुप हैं. इस मामले में केस होना चाहिए पर सबकी चुप्पी सहभागिता को प्रमाणित करता है.
त्रिपुरारी सिंह के फेसबुक वॉल से साभार…
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