
Kanpur: यूपी पुलिस का मोस्ट वांटेड विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर हाइवे पर एक इनकाउंटर में मारा गया. लेकिन दो जुलाई को आठ पुलिसवालों की हत्या के बाद से ही पूरे मामले को लेकर यूपी की सियासत गरमायी हुई है. पहले गैंगस्टर विकास दुबे को राजनीतिक संरक्षण देने को लेकर, फिर 9 जुलाई को उज्जैन में हुई उसकी गिरफ्तारी और 10 जुलाई यानी आज इनकाउंटर में उसके ढेर होने पर भी कई सवाल उठ रहे हैं.
इसे भी पढ़ेंःVikas Dubey Encounter: 24 घंटे में सरेंडर से इनकाउंटर तक उठ रहे कई सवाल, जिनके जवाब यूपी पुलिस को देने होंगे
पुलिस इनकाउंटर को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल उठाये हैं. उन्होंने ट्वीट कर पूछा, ‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?’. वहीं सपा प्रमुख ने भी पूरी घटना को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है.
योगी सरकार पर निशाना
कानपुर शूटआउट के बाद से ही प्रियंका गांधी योगी सरकार पर हमलावर है. राज्य में गिरती कानून व्यवस्था पर उन्होंने सवाल उठाये थे. वहीं गुरुवार को उज्जैन से विकास की गिरफ्तारी होने के बाद प्रियंका ने इसे यूपी सरकार और पुलिस की नाकामी बताया था.
अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 10, 2020
अब इनकाउंटर में गैंगस्टर के मारे जाने के बाद उन्होंने ट्वीट कर पूछा है कि ‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको संरक्षण देने वालों का क्या?’
दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 10, 2020
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी पूरे मामले में योगी सरकार को घेरा है. मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए उन्होंने ट्वीट किया, ‘दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.’
विकास दुबे के साथ उन सभी सबूतों, साक्ष्यों का भी एनकाउंटर हो गया जिससे अपराधियों,पुलिस और सत्ता में बैठे उसके संरक्षकों का पर्दाफाश होता! विकास के जरिए उन सभी को बचाने की कोशिश की है जो नेक्सेस में उसके मददगार रहे?आखिर उन सत्ताधीशों पर कार्रवाई का क्या जिनका नाम उसने स्वयं लिया?
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) July 10, 2020
वही समाजवादी पार्टी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर भी घटना को लेकर सवाल उठाये गये हैं. समाजवादी पार्टी ने ट्वीट किया, ‘विकास दुबे के साथ उन सभी सबूतों, साक्ष्यों का भी एनकाउंटर हो गया जिससे अपराधियों,पुलिस और सत्ता में बैठे उसके संरक्षकों का पर्दाफाश होता! विकास के जरिए उन सभी को बचाने की कोशिश की है जो नेक्सेस में उसके मददगार रहे?आखिर उन सत्ताधीशों पर कार्रवाई का क्या जिनका नाम उसने स्वयं लिया?’
वहीं, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा, ”न रहेगा बाँस, न बजेगी बाँसुरी।”
न रहेगा बाँस, न बजेगी बाँसुरी#VikasDubey
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) July 10, 2020
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ़्रेंस के नेता उमर अब्दुल्लाह ने ट्वीट किया, ”मरे हुए आदमी कोई कहानी नहीं सुनाते हैं।”
Dead men tell no tales #VikasDubey
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 10, 2020
इनकाउंटर को लेकर जस्टिस मार्केंडय काटजू ने भी ट्वीट किया.
Justice AN Mulla of the Alld HC said in a judgment “I say with all sense of responsibility, there is not a single lawless group in d whole of d country whose record of crime comes anywhere near than that of the organized gang of criminals known as the Indian Police Force”
— Markandey Katju (@mkatju) July 10, 2020
इसे भी पढ़ेंःVikas Dubey Encounter की क्या है पूरी कहानी, UP पुलिस ने बताई
कानून ने अपना काम किया- नरोत्तम मिश्रा
वहीं पूरे मामले में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कानून ने अपना काम किया है. उन्होंने कहा कि विकास दुबे समाजवादी पार्टी में था. यह उन लोगों के लिए खेद और निराशा का विषय हो सकता है जिन्होंने कल विकास दुबे की गिरफ्तारी और आज उसकी मौत पर सवाल उठाए। मध्य प्रदेश पुलिस ने अपना काम किया, विकास को गिरफ्तार किया और उसे यूपी पुलिस को सौंप दिया.
Law has taken its course. It could be a matter of regret &disappointment for those who raised questions on Vikas Dubey’s arrest y’day&death today. MP Police did its job, it arrested&handed him over to UP Police: Madhya Pradesh Home Minister Narottam Mishra on #vikasDubeyEncounter pic.twitter.com/GIiIChND66
— ANI (@ANI) July 10, 2020
बता दें कि 2 जुलाई को विकास दुबे को गिरफ्तार करने गयी पुलिस टीम पर पूरी प्लानिंग के साथ हमला हुआ था, जिसमें डीएसपी समेत आठ पुलिसवालों की हत्या हो गयी थी. घटना के बाद से यूपी पुलिस लगातार विकास की तलाश में थी. उसपर 5 लाख का इनाम भी घोषित किया गया था. 9 जुलाई को मध्य प्रदेश के उज्जैन में मोस्ट वांटेड दुबे गिरफ्तार हुआ. वहीं 10 जुलाई को उज्जैन से कानपुर लौटने के दौरान कानपुर हाईवे पर पुलिस एनकाउंटर में विकास ढेर हो गया.
इसे भी पढ़ेंःVikas Dubey Encounter: यूपी STF की टीम ने किया ढेर, हथियार छीनकर भागने की कर रहा था कोशिश