
Ranchi : पश्चिम बंगाल में कुछ माह बाद विधानसभा चुनाव है. आजसू पार्टी भी भागीदारी के लिए उत्सुक है. इसके लिए रणनीति बनाये जाने की तैयारी शुरू है. 5 जनवरी को पार्टी का पुरूलिया में एकदिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन होगा. पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो इसमें शामिल होंगे. इसमें वृहत झारखंड के विषयों को लेकर पार्टी चुनाव में उतरने की नीतियों को अंतिम रूप देगी.
वृहत झारखंड का विषय मुख्य एजेंडा
आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देव शरण भगत के अनुसार इस कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी के प्रमुख नेता, विधायक लंबोदर महतो, पूर्व मंत्री और बंगाल प्रभारी उमाकांत रजक और रामचंद्र सहिस के अलावे दूसरे नेता भी शामिल होंगे. सम्मेलन की तैयारियों को लेकर झारग्राम, पुरूलिया, बांकुड़ा और मिदनापुर के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर समीक्षा कर ली गयी है. सम्मेलन में वृहत झारखंड क्षेत्र के लोगों की सामाजिक, आर्थिक समस्याओं पर चिंतन किया जायेगा. इसके निदान के लिए आगे की रणनीति तैयार की जाएगी. इसी आधार पर आगामी बंगाल चुनाव को लेकर रणनीति बनेगी.
झारखंड से है बंगाल का जुड़ाव
आजसू पार्टी के मुताबिक बंगाल के कुछ जिलों को वृहत झारखंड में शामिल नहीं किया जा सका है. बांकुड़ा, मिदनापुर, झारग्राम और पुरूलिया क्षेत्र के लोग अब भी झारखंड से सामाजिक, सांस्कृतिक तौर पर जुडाव महसुस करते रहे हैं. वृहत झारखंड का यह क्षेत्र बंगाल के अन्य क्षेत्रों से वेश भूषा, रहन सहन, खान पान, पर्व त्योहार, भाषा, कला संस्कृति और अन्य विषयों पर अलग पहचान रखता है. झारखंड बनने के पश्चात उस क्षेत्र के लोग अपने आप को उपेक्षित महसूस करते हैं. आज इनकी अस्मिता और अस्तित्व खतरे में है.
झारखंड आंदोलन में इस क्षेत्र के लोगों ने बढ़ चढकर अपनी भूमिका निभायी थी. आजसू पार्टी वृहत झारखंड के इन इलाकों के लिए सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्वायत्तता के लिए पहल करेगी. पार्टी को उम्मीद है कि उनके प्रयासों को जनता का समर्थन मिलेगा.
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