
Chatra: जिले में उग्रवादियों के लिए अब दो ही रास्ते हैं. मुख्यधारा से जुड़ने के लिए सरकार की समर्पण नीति का सीधा लाभ उठायें या पुलिस के हाथों गिरफ्तार होने के लिए तैयार रहें. उक्त बातें जिले के पुलिस कप्तान अखिलेश बी वारियर ने अपने दफ्तर में पांच लाख के इनामी टीएसपीसी उग्रवादी सबजोनल कमांडर शेखर गंझू उर्फ रामकुमार गंझू की गिरफ्तारी को लेकर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं.
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श्री वारियर ने बताया कि 16 सितंबर को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि टीएसपीसी के पांच लाख के इनामी सबजोनल कमांडर शेखर गंझू उर्फ राजकुमार गंझू ग्राम जोजवारी थाना लावालौंग के आस पास के क्षेत्र में है. प्राप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी मुन्ना सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक अभियान निगम प्रसाद एवं सिमरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी IPS सौरभ के नेतृत्व में टीम गठन किया गया. टीम के द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया. जिसमें ग्राम जोजवारी के एक अर्धनिर्मित मकान से गिरफ्तार किया गया.
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श्री वारियर ने बताया कि गिरफ्तार सबजोनल कमांडर के खिलाफ अब तक सिमरिया थाने में दो और पथलगड़ा थाने में तीन संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2009 ई से टीएसपीसी नक्सली संगठन में शामिल था. शेखर गंझू पर महेश यादव समेत अपने साले वासुदेव गंझू की हत्या का भी आरोप है. चतरा जिला के अतिरिक्त 2015 में पलामू जिला में सक्रिय रहा है.
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