
NewDelhi : पीएम नरेंद्र मोदी ने रेडियो पर प्रसारित होने वाले मन की बात कार्यक्रम में कहा कि मैं जब मन की बात करता हूं तो आवाज मेरी, शब्द मेरे हैं, लेकिन कथा आपकी है, पुरुषार्थ आपका है, पराक्रम आपका है. इस कारण में इस कार्यक्रम को नहीं आपको मिस कर रहा था,एक खालीपन महसूस कर रहा था. प्रधानमंत्री ने जानकारी दी कि कई संदेश पिछले कुछ महीनों में आये हैं जिसमें लोगों ने कहा कि वे मन की बात को मिस कर रहे हैं. पीएम ने कहा कि जब वे इस तरह के संदेश पढ़ते हैं, सुनते हैं, अच्छा लगता है. वे अपनापन महसूस करते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात के इस अल्पविराम के कारण जो खालीपन था, केदार की घाटी में, उस एकांत गुफा में, कुछ भरने का अवसर जरूर दिया, जैसे केदार के विषय में लोगों ने जानने की इच्छा व्यक्त की, वैसे एक सकारात्मक चीजों को बल देने का आपका प्रयास, आपकी बातों में लगातार मैं महसूस करता हूं. कहा कि मन की बात के लिए जो चिट्ठियां आती हैं, एक प्रकार से वह मेरे लिए प्रेरणा और ऊर्जा का स्रोत बन जाती है. चिट्ठियों में शिकायत बहुत कम होती है और किसी ने कुछ अपने लिये मांगा हो, ऐसी बात उनके ध्यान में नहीं आती है.
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पानी के संरक्षण के लिए पीएम ने पत्र लिखा


अपने मन की बात में पीएम ने इस बार जल संरक्षण पर खास जोर दिया, पीएम मोदी ने कहा कि देश का में एक बड़ा इलाका हर साल जल संकट से गुजरता है, इससे बचने के लिए जल संरक्षण किया जाना जरूरी है. पीएम मोदी ने कहा, हमें विश्वास है कि हम जनशक्ति और सहयोग से इस संकट का समाधान कर लेंगे. कहा कि नया जलशक्ति मंत्रालय बनाया गया है. इससे किसी भी संकट के लिए तत्काल फैसले लिये जा सकेंगे.
इस क्रम में पीएम मोदी ने झारखंड स्थित हजारीबाग के एक सरपंच का संदेश भी सुनाया. सरपंच ने कहा कि मुझे विश्वास नहीं हुआ था कि पानी के संरक्षण के लिए पीएम ने मुझे पत्र लिखा. पीएम मोदी ने कहा कि बिरसा मुंडा की धरती, जहां प्रकृति से तालमेल बिठाना संस्कृति का हिस्सा है, वहां अब जागरुकता शुरू हुई है. पीएम ने कहा. मेरी तरफ से सभी सरपंचों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं. कहा कि स्वच्छता आंदोलन की तरह ही लोग अब गांवों में जलमंदिर बनाने की होड़ में जुट गये हैं. साथ ही पीएम मोदी ने पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, तमिलनाडु और उत्तराखंड में जल संरक्षण के उपायों की भी चर्चा की.
पीएम मोदी ने जल संरक्षण को लेकर नागरिकों से अनुरोध करते हुए कहा कि स्वच्छता की तरह ही जल संरक्षण को भी जनांदोलन का रूप दें. ऐसे प्रयोगों का अध्ययन करें, जहां जलसंरक्षण का प्रयास हो. जल संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने वालों की जानकारियों को साझा करें।, पीएम मोदी ने जनशक्ति फॉर जलशक्ति हैशटैग चलाने की भी अपील जनता से की.
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लोकसभा चुनाव इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक चुनाव था
लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक चुनाव था. लाखों शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों की दिन-रात मेहनत से चुनाव संभव हो पाया. कहा कि लोकतंत्र के इस महायज्ञ को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए जहां अर्द्धसैनिक बलों के लगभग करीब तीन लाख सुरक्षाकर्मियों ने अपना दायित्व निभाया. इस बार पिछली बार से अधिक मतदान हुआ.
मतदान के लिए पूरे देश में करीब 10 लाख पोलिंग स्टेशन, 40 लाख से ज्यादा ईवीएम, 17 लाख से ज्यादा वीवीपैट मशीनों का इंतेज़ाम किया गया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके, कि कोई मतदाता अपने मताधिकार से वंचित न रह जाये. महिला शक्ति को याद करते हुए कहा कि आज संसद में 78 महिलाएं हैं जो एक रिकॉर्ड है. मैं चुनाव आयोग और हर उस शख्स को बधाई देता हूं जो चुनाव की प्रक्रिया से जुड़े थे. मैं भारत के वोटरों को भी सलाम करता हूं.