
♦लॉकडाउन में एसएचजी ने ऐप के जरिये 50 लाख रुपये से भी ज्यादा का किया कारोबार
Ranchi : झारखंड के एसएचजी (स्वयं सहायता समूह) की चर्चा मन की बात में हुई है. एसएचजी ग्रुप के द्वारा आजीविका फार्म फ्रेश ऐप बना कर इसका लाभ उठाया जा रहा है. इसके जरिये ग्राहक ऑनलाइन ऑर्डर करके सब्जियां और फल मंगा रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान अब तक एसएचजी ने ऐप के द्वारा 50 लाख रुपये का कारोबार किया. इसने पीएम नरेंद्र मोदी का ध्यान अपनी ओर खींचा. यही वजह है कि उन्होंने 25 अक्टूबर के मन की बात कार्यक्रम में इसकी चर्चा करके इसे एक आदर्श उदाहरण बताया है. पीएम की सराहना से राज्य के एसएचजी समूह की बहनें उत्साहित हुई हैं.
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किसानों को भी मिल रहा लाभ
पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा कि आजीविका फार्म फ्रेश का आइडिया बेहतरीन है. लॉकडाउन के बावजूद लाखों का कारोबार हुआ. ऐप के जरिये एसएचजी की महिलाओं ने किसानों के खेतों से सब्जियों औऱ फलों को सीधे ग्राहकों तक पहुंचाया. इस ऐप से न केवल ग्राहकों को ताजा सब्जियां और फल मिले बल्कि किसानों को भी इसकी अच्छी कीमत मिली. एग्रीकल्चर सेक्टर में नयी संभावनाएं बन रही हैं. इससे युवा भी काफी संख्या में जुड़ने लगे हैं.
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मोबाइल ऐप से लें ताजा सब्जियां
जेएसएलपीएस (ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड) के द्वारा आजीविका फार्म फ्रेश ऐप तैयार कराया गया है. यह ऐप कई मायने में खास साबित हुआ है. ऐप से जुड़ कर अपनी जरूरतों के अनुरूप ग्राहक सब्जियों और फलों के लिए ऑनलाइन ऑर्डर देते हैं. इसके बाद उनके घरों तक इसे पहुंचा दिया जाता है. राज्य में 30 लाख महिलाएं एसएचजी से जुड़ी हुई हैं. ऐप के संचालन में एसएचजी समूह ही प्रभावी रोल निभा रहा है. ऐप से एसएचजी को आर्थिक लाभ के साथ एक औऱ फायदा यह हो रहा है कि रांची और आसपास के किसानों को एक इसके जरिये एक बड़ा बाजार भी मिल गया है. कोरोना काल में ग्राहकों को साफ सुथरी सब्जियां भी मिल रही हैं. कोरोना काल में बाजार जाने की बाध्यता सीमित हुई हैं.
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