
Dhanbad: कोयलांचल धनबाद में व्यवसायी दहशत में जी रहे हैं। रंगदारी के लिए उन्हें परेशान किया जा रहा है। पूर्व में गैंग्स ऑफ वासेपुर (Gangs of Wasseypur) के नाम से धनबाद में कारोबारियों को कॉल, मैसेज और चिट्ठी के जरिये रंगदारी मांगी गई है। अब प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) ने बैंकमोड़ के चार बड़े कंप्यूटर व्यवसायियों से दो करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की है। रुपये नहीं देने पर फौजी कार्रवाई करने की धमकी दी गई है।
पीएलएफआइ के लेटर पैड पर धमकी भरा संदेश व्यवसायियों को व्हाट्स एप किया गया है। फोन पर भी धमकी दी गई है। 24 घंटे के अंतराल में चारों व्यवसायियों को यह धमकी मिली है। व्यवसायियों ने बैंक मोड़ थाना में इसकी शिकायत की है। वहीं मामले में जिला प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। धनबाद पुलिस का कहना है कि इसी तरह का मामला रांची में भी सामने आया है। हमलोग मिल कर छानबीन कर रहे हैं। शीघ्र इसमें शामिल लोगों को दबोच लिया जाएगा। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जिस मोबाइल से धमकी दी गई है, उसका कॉल डिटेल्स पुलिस निकाल रही है।
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इनसे मांगी गई रंगदारी :
पीएलएफआइ ने सिटी कंप्यूटर के मालिक विशाल कुमार, झांझरिया कंप्यूटर के मालिक विकास अग्रवाल, अग्रवाल कंप्यूटर के मालिक टिकू अग्रवाल तथा उनके बड़े भाई गोविद अग्रवाल से रंगदारी मांगी है। सभी से 50-50 लाख रुपये की मांग की गई है। विकास को रविवार दिन में ढाई बजे के करीब मैसेज मिला। विशाल और गोविद अग्रवाल को सोमवार सुबह आठ बजे तथा टिकू अग्रवाल को रात नौ बजे के करीब मैसेज आया। मैसेज में लिखा गया है संगठन विस्तार के लिए 50 लाख रुपये देना होगा। अन्यथा फौजी कार्रवाई की जाएगी।
चैंबर ने की शीघ्र कार्रवाई की मांग
स्थानीय व्यवसायियों के मुताबिक, पुलिस का रवैया शिकायत को लेकर ठीक नहीं है। व्यवसायियों की मानें तो जब वे इस मामले की शिकायत करने सरायढेला थाना पहुंचे तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करने में आनाकानी की। जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष चेतन गोयनका ने एसएसपी असीम विक्रांत मिज से फोन पर बात कर रंगदारी मांगने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसएसपी के निर्देश पर सहायक पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गीयारी मामले की छानबीन कर रहे हैं।
धनबाद जिले में नक्सल गतिविधियां अब भी पूरी तरह खत्म नहीं
नक्सल गतिविधियों के नए व पुराने रिकॉर्ड के आधार पर धनबाद समेत राज्य के कुछ जिलों को सरकार भले ही नक्सल मुक्त बता रहा है लेकिन नक्सल गतिविधियां यहां खत्म नहीं हुई है। धनबाद जिले में नक्सल गतिविधियां अब भी जारी है। यही संकेत नक्सलियों ने रविवार और सोमवार की रात टुंडी बनियाडीह एवं मनियाडीह, में पोस्टर फेंक कर चेतावनी देने की कोशिश की है। टुंडी आदि इलाके में फेंके गए पोस्टर में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) झारखंड रीजनल कमान की ओर से पीएलजी ए की 20वीं वर्षगांठ मनाने की सप्ताह व्यापी तैयारी है। पोस्टर में 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक नक्सलियों ने कई कार्यक्रम रखे हैं जिसमें नेता चारु मजूमदार कन्हाई चटर्जी को नमन तथा अपनी रणनीति तय की है। नक्सलियों के इस रणनीति में इस बार फिर नवयुवक व युवतियों को संगठन में शामिल करने की कवायद है ।
इधर, धनबाद पुलिस के रिकॉर्ड में वर्ष 2020 के 10 महीने में एक भी नक्सल घटना नहीं हुई। ऐसे में नक्सलियों के सप्ताहव्यापी अभियान जिसमें नवयुवकों को संगठन में शामिल कराने की तैयारी है, इसपर पुलिस कैसे ब्रेक लगाएगी। पुलिस की कार्रवाई से ही पता चलेगा।
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