
Palamu: मेदिनीनगर बैरिया स्थित बाजार समिति के प्रांगण में दूसरे चरण के मतों की गिनती के दौरान एक मुखिया पद पर निर्वाचन के बाद प्रमाण पत्र मिलने में विलंब के कारण जमकर हंगामा किया . रात भर धरना प्रदर्शन किया गया. बाद में पुलिस को बल प्रयोग कर लोगों को हटाना पड़ा. कई घंटे बाद जब प्रमाण पत्र मिला तो लोग शांत हुए.

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बताते चलें कि जिले में दूसरे चरण में हुए पंचायत चुनाव के मतों की गिनती रविवार से बैरिया स्थित बाजार समिति में शुरू हुई है. पंडवा, नावाबाजार और पाटन प्रखंड में हुए चुनाव के मतों की गिनती यहां की जा रही है. अबतक कई मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य के अलावा जिला परिषद के उम्मीदवार निर्वाचित घोषित किए गए हैं. मतों की गिनती के लिए कई टेबल लगाए गए हैं और इसमें बड़ी संख्या में मतदानकर्मियों को लगाया गया है.
मात्र 31 मत का अंतर रहने पर हुई रिकाउंटिंग
पंडवा पंचायत के लिए मतों की गिनती के बाद सिंघु देवी और गीता देवी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. सिंघु को 608 एवं गीता को 577 मत मिले, जबकि स्वास्तिक के निशान की ओर से ठपा नहीं लगने के कारण कई मत अवैध घोषित किए गए. मात्र 31 मत से जीत हार होने पर गीता देवी ने दो बूथों पर रिकाउंटिंग की मांग कर दी. रिकाउंटिंग की गई, लेकिन आंकड़ा वही पुराना रहा. हालांकि इस दौरान बिना स्वास्तिक मुहर लगे वोटों को वैध मानने की मांग की गई, लेकिन प्रशासन इसे रद्द बताया.
पुलिस ने बल प्रयोग कर हटाया
मामला लंबा खींचने पर रात हो गई और प्रमाण पत्र सुबह देने की बात कही गई, जिससे विनर कैंडिडेट सिंधु देवी के परिजन और समर्थक भड़क गए और तत्काल देने की मांग पर अड़ गए. मतगणना हॉल के समीप धरना प्रदर्शन करने लगे. आन्दोलन सोमवार सुबह तक चला. इस बीच आन्दोलनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. चर्चा है कि पुलिस ने लाठीचार्ज कर सभी को मतगणना हॉल के समीप से हटाया. हालांकि पूर्वाहन 10.30 बजे के आस पास सिंधु देवी को जीत का प्रमाण पत्र दिया गया, जिसके बाद उसके परिजनों और समर्थकों का आक्रोश शांत हुआ.
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