Palamu: पिछले 11 वर्षों से मनरेगा में अपनी सेवा दे रहे मनरेगाकर्मियों ने अब सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है. शुक्रवार को झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी महासंघ से जुड़े लोगों ने बैठक की और आगामी 16 नवम्बर से सरकार की कथित वादाखिलाफी के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया. बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष देवेन्द्र उपाध्याय उपस्थित थे. बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष विकास पांडेय ने की.
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16 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल
इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष देवेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि मनरेगा कर्मी अपनी मांगों को लेकर आगामी 16 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जायेंगे. इसके पहले दो बार मनरेगाकर्मी राज्य के ग्रमीण विकास मंत्री से मिलकर अपनी समस्याओं को रखा था, लेकिन सरकार द्वारा इस दिशा में कोई सकारात्मक पहल नहीं की गयी.
उन्होंने कहा कि मनरेगा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हैं. मनरेगाकर्मी अपनी लगन व मेहनत से कार्यों का निपटारा कर रहे हैं, लेकिन ना तो उन्हें स्थाई ही किया जा रहा है और नहीं वेतनमान में वृद्धि ही की जा रही है. वर्तमान में जो वेतनमान है, वह प्राकृतिक न्याय के खिलाफ है. चुनाव नजदीक है, ऐसे में सरकार को सचेत होना पड़ेगा, अन्यथा आगामी चुनाव में माकूल जवाब दिया जायेगा.
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मौके पर पंकज सिंह, ज्योति किस्पोटा, रामाकांत तिवारी, रविन्द्र कुमार, अशोक कुमार, अजय कुमार, दिलीप पांडेय, मनोज कुमार चैबे, मणि शंकर मिश्रा, अभिमन्यु सिंह, संजीव कुमार गुप्ता, नजमा खातून, सुषमा कुमारी, कविता कुमारी सहित कई मनरेगा कर्मी उपस्थित थे.
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