
Palamu : झारखंड में सत्तासीन हेमंत सोरेन सरकार के मुख्य घटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री के.एन त्रिपाठी ने भाषा विवाद पर अपने ही सरकार को एक बार फिर घेरा है. मेदिनीनगर सदर प्रखंड के लहलहे में शुक्रवार को युवाओं की सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री त्रिपाठी ने झारखंड सरकार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं से खिलवाड़ बंद होना चाहिए. पलामू प्रमंडल के युवाओं के भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है. जेटेट और जेएसएससी की दो परीक्षा इसके प्रमुख उदाहरण है.
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उन्होंने कहा कि जेटेट और जेएसएससी की परीक्षाओं में जिस प्रकार से क्षेत्रीय भाषाओं को हटाया गया है, उससे इस प्रमंडल के युवाओं के भविष्य को नुकसान पहुंचा है. युवाओं के भविष्य के साथ वर्तमान सरकार खिलवाड़ कर रही है, जिसे यहां के युवा बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि युवाओं की इस लड़ाई में हम उनके साथ हैं और सरकार को इस मुद्दे पर अपना निर्णय वापस लेना पड़ेगा. युवा को कोई झुका सकें, इतना दम तो किसी सरकार में अबतक नहीं रहा है.
त्रिपाठी ने कहा कि भाषा को लेकर सरकार का निर्णय विधि सम्मत नहीं है. सरकार को इसपर विचार करना ही होगा. संविधान में इस तरह का कोई उल्लेख नहीं है कि राज्य सरकार भाषाओं के साथ इस प्रकार छेड़छाड़ करें. कार्यक्रम को अभिषेक मिश्रा, आनन्द केशव, रामानुज तिवारी सहित कई वक्ताओं ने भी संबोधित किया. मंच संचालन विवेका त्रिपाठी ने किया.
कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर युवाओं के साथ अभिभावकों ने भी हिस्सा लिया और सरकार को निर्णय वापस लेना होगा, नहीं तो आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा पर अपनी सहमति प्रदान की. लहलहे की सभा मे अगल बगल की आठ पंचायतों के युवाओं और उनके अभिभावकों ने हिस्सा लिया और सरकार के इस निर्णय पर अपना विरोध दर्ज कराया.
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कार्यक्रम में मुख्य रूप से नवल सिंह, दिनेश पासवान रिंकू चौधरी, धर्मेंद चौधरी, नसीब चौधरी, झुमन राम, राजेन्द्र चौधरी, अजय तिवारी, विष्णु तिवारी, सुरेश तिवारी, निवास तिवारी, गणेश महतो, इजहार खान, रामाशीष सिंह, जलील अंसारी, मंगल राम, उदय तिवारी, संतोष तिवारी, रिजवान, उदय सिंह चेरो सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.