
Palamu : पलामू जिले की छतरपुर पुलिस ने पिंडराही निवासी दिव्यांग कृष्णा सिंह हत्याकांड का उदभेदन करते हुए तीन अरोपियों को गिरफ्तार किया है. घटना में प्रयुक्त टांगी और घटना के समय पहना हुआ कपड़ा (खून लगा हुआ) बरामद किया गया है. कृष्णा सिंह की हत्या के पीछे अंधविश्वास सामने आया है.
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विदित हो कि गत 25 अक्टूबर की रात कृष्णा सिंह की टांगी से वार कर उसके घर के समीप खेत में हत्या कर दी गयी थी. इस संबंध में कांड संख्या 255/20 दिनांक 27.10.2020 दर्ज किया गया था. अनुसंधान के क्रम में प्राथमिकी अभियुक्त साहेब सिंह, बबन सिंह और धर्मेन्द्र सिंह उर्फ धीरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया.
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छरतपुर के थाना प्रभारी उपेन्द्र नारायण सिंह ने बताया कि तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद उनसे पूछताछ की गयी. तीनों ने कांड में अपना-अपना दोष स्वीकार किया. बताया कि कृष्णा सिंह के पिता मुनेश्वर सिंह ओझागुणी करते थे, जिसके चलते इनके माता-पिता एवं परिवार के अन्य के द्वारा पूर्व में उसकी हत्या कर दी गयी थी.
पुनः हाल के दिनों में मृतक के द्वारा ओझागुणी कर इनके परिवार के लोगों को परेशान किया जा रहा था. इसी से तंग आकर मौका पाते ही 25 अक्टूबर की रात कृष्णा सिंह की हत्या गला काटकर की गयी.
कैसे दिया गया घटना को अंजाम
25 अक्टूबर की रात कृष्णा सिंह और उसकी पत्नी की हत्या की प्लानिंग की गयी थी. बबन सिंह अपने भाई साहेब सिंह के साथ कृष्णा सिंह के खेत की ओर पहुंचा. इसी बीच रास्ते में धीरेन्द्र सिंह को डरा-धमका कर साथ में लिया गया. खेत में पहुंचने पर धीरेन्द्र और साहेब ने कृष्णा सिंह के हाथ-पांव पकड़े, जबकि बबन ने टांगी से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया.
क्यों की हत्या?
बबन सिंह ने पुलिस को बताया है कि उसकी पत्नी गर्भवती थी. प्रसव से पहले ही उसका बच्चा मर गया था. उसे संदेह था कि उसके बच्चे की मौत जादू टोना से हुई. और कृष्णा सिंह ने पुनः अपने पिता की तरह ओझा गुणी का कार्य शुरू कर दिया है. इसी उद्देश्य और अंधविश्वास के कारण बबन ने कृष्णा सिंह की हत्या की योजना बनायी.
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