
Ranchi: हेसला पंचायत (पतरातू, रामगढ़) के ग्रामीणों को अब प्रदेश कांग्रेस का साथ मिला है. पतरातू थर्मल की ओऱ से पिछले दिनों हेसला पंचायत के विभिन्न क्वार्टरों में रहने वाले 200 से अधिक परिवारों को एक सप्ताह के अंदर घर खाली करने का नोटिस मिला था. इससे 5000 से अधिक लोग विस्थापित होंगे. 222 एकड़ जमीन खाली होगी जिसे जियाडा को हैंडओवर किया जायेगा. पंचायत और स्थानीय लोग इस पर लगातार विरोध जता रहे हैं.
अब प्रदेश कांग्रेस ने भी पीटीपीएस (पतरातू थर्मल पावर स्टेशन) के इस फैसले से असहमति जतायी है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, विधायक अंबा प्रसाद, ममता देवी मंगलवार को हेसला पंचायत भवन में ग्रामीणों के साथ बैठे. फैसले को तुगलकी फरमान बताया. ठाकुर ने सरकार तक इस मसले को ले जाने का भरोसा दिलाया. मौके पर मुखिया (कार्यकारी समिति प्रमुख) वीरेंद्र झा सहित अन्य भी उपस्थित थे.
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जनता के प्रति कांग्रेस की है जिम्मेदारी


राजेश ठाकुर ने मौके पर कहा कि एक सप्ताह के अंदर सैकड़ों परिवार को घर खाली करने को कहना नाइंसाफी है. कांग्रेस सरकार में सहयोगी दल है. ऐसे में यहां के लोगों के प्रति पार्टी की भी जिम्मेदारी बनती है. वे सरकार से बात कर इस मसले का समाधान निकालने का प्रयास करेंगे. अगर सरकार उनकी नहीं सुनती है तो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता ग्रामीणों के साथ हर कदम पर साथ देंगे औऱ सरकार का विरोध करेंगे.
जमीन के लिये भुगतान करने को तैयार हैं ग्रामीण
वीरेंद्र झा ने कहा कि स्थानीय लोग, ग्रामीण यहां 4 दशक से भी अधिक समय से रह रहे हैं. अब अचानक से सरकार ने सबों को जगह खाली करने का आदेश जारी किया है. यह न्यायसंगत नहीं. सरकार इसके लिये वैकल्पिक व्यवस्था करे. पहले बसाए तब हटाये. जिस दर पर जियाडा को सरकार जमीन दे रही, ग्रामीण उसी दर पर लेने को तैयार हैं. सरकार पहल करे.
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