
Ranchi : नयी पेंशन योजना के विरोध में 1 दिसंबर को विरोध दिवस मनाया जायेगा. जिसका समर्थन झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने किया है. महासंघ के अशोक कुमार सिंह ने कहा कि 2004 की तत्कालीन केंद्र सरकार ने पेंशन स्कीम में बदलाव किया.
जिसके तहत 2004 के बाद से नियुक्त सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम से वंचित कर नयी पेंशन स्कीम से जोड़ दिया गया है. इसके विरोध में यह दिवस मनाया जा रहा है. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सभी कर्मचारियों में समानता और एकरूपता अपनायी जाये.
इसी के तहत केंद्र सरकार नयी पेंशन स्कीम रद्द करते हुए पुरानी पेंशन स्कीम लागू करे. अशोक कुमार सिंह के मुताबिक यह विरोध दिवस राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है. जिसे राष्ट्रीय स्तर पर पेंशन योजना का विरोध कर रही संगठनों की ओर से आहूत किया गया है.
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काला बिल्ला लगा कर करेंगे काम
उन्होंने बताया कि राष्ट्रव्यापी विरोध दिवस के दौरान कर्मचारी काला बिल्ला लगा कर काम करेंगे. राज्य में अराजपत्रित कर्मचारियों की संख्या लगभग डेढ़ लाख है. वहीं प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि शुरू से कर्मचारियों की मांग है कि पेंशन योजना रद्द की जाये.
कर्मचारियों की मांग है कि देश में एक संविधान एक विधान की स्थापना हो. महासंघ की ओर से मांग की गयी है कि सभी अराजपतित्रत कर्मचारी संवैधानिक तरीके से इस विरोध दिवस का समर्थन करें.
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