
New Delhi : देश में ओमिक्रॉन का एक और नया उप वैरिएंट मिला है. वैज्ञानिकों ने इसे एक्सबीबी का नाम दिया है जो ओमिक्रॉन से जुड़े सभी उप वैरिएंट में सबसे अधिक गंभीर माना जा रहा है.साथ ही आशंका जताई है कि एशिया में एक बार फिर इस वेरिएंट के कारण कोरोना मामलों में दोहराव देखा जा सकता है. अभी तक यह उप वैरिएंट बांग्लादेश, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों में था लेकिन बीते कुछ महीनों में ही ये भारत के कई राज्यों तक पहुंचा है. इनमें प. बंगाल, ओड़िशा, कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान शामिल हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, भारत में अब तक 59 जीनोम सीक्वेंसिंग में एक्सबीबी वैरिएंट की पुष्टि हुई है. वहीं रोगियों की संख्या के आधार पर देखें तो करीब 82 कोरोना मरीजों में यह उप वैरिएंट मिला है.
फॉर्च्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक सिंगापुर में पिछले एक सप्ताह में लगभग 5,500 मामलों का दैनिक औसत दर्ज किया है. जबकि एक महीने पहले दैनिक औसत 2,000 मामलों का था. सिंगापुर में अधिकारी फिलहाल इसको लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं. सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा कि देश के हाल के कोरोना के मामलों में केवल 15 प्रतिशत में पुन: संक्रमण देखा गया है. मामलों में पुन: संक्रमण यदि 50 प्रतिशत पार कर जाता है तभी हम मान सकते हैं कि यह कोरोना की वेब (लहर) है.
The start of Singapore’s XBB variant wave
Notable how this variant left BA.2.3.20 in the dust, a variant with substantial growth advantage over BA.5; variant graph by @JosetteSchoenma
XBB and BQ.1.1 are 2 of the most important variants on watch right now pic.twitter.com/AvttFliZvP— Eric Topol (@EricTopol) October 8, 2022
ऐसे बनता है नया वैरिएंट
नई दिल्ली स्थित सीएसआईआर-आईजीआईबी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विनोद स्कारिया ने बताया कि जब किसी एक मरीज के शरीर में दो उप वैरिएंट का मिलाप होता है तो उनसे एक और नया वैरिएंट बनता है और वह उस मरीज के जरिए समाज के दूसरे लोगों के शरीर में प्रवेश करता है. हालांकि, यह प्रक्रिया काफी दुर्लभ होती है लेकिन इससे इन्कार भी नहीं किया जा सकता है.
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