
Ranchi : राजधानी में ओला और उबर टैक्सी से सवारी करनेवाले यात्रियों की परेशानी बढ़ सकती है. क्योंकि राज्य के 5500 से अधिक ओला और उबर के ड्राइवर हड़ताल पर चले गये हैं. वे अपनी मांगों को लेकर 72 घंटे हड़ताल पर हैं.
इन दोनों कंपनियों के टैक्सी ड्राइवरों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद से कंपनी का रवैया उनके प्रति पूरी तरह से निराशाजनक रहा है. उन्होंने बताया कि कंपनी अपनी जवाबदेही से भाग रही है. हम अपनी समस्याओं को लेकर कहां जायें समझ में नहीं आ रहा है.
ऑफिस बंद हो चुका है और काम पूरी तरह से ऑनलाइन है. ऑफिस के अधिकारी और सिटी मैनेजर फोन भी नहीं उठाते हैं. उन्होंने बताया कि कस्टमर की शिकायत को दूर कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है.
कभी-कभी बिल 200 का होना चाहिए वहीं बिल 400 का आ जाता है. टेक्निकल कारणों से कई बार चालकों का पैसा फंस जाता है. इसके निदान के लिए भी कोई सामने नहीं आता. वे अधिकारियों को फोन करते रह जाते हैं.
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बुकिंग कम मिल रही है, कमाई भी कम हो गयी है
ओला और उबर के चालकों का कहना है कि कोरोना के बाद से उन्हें बुकिंग भी कम दी जा रही है. जिससे कमाई कम हो गयी है. ओला और उबर में चलाने के लिए गाड़ी लोन पर लिया है.
अब कमाई कम हो रही है तो हम सही से लोन का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं, जिससे हमारी गाड़ी सीज कर ली जा रही है. कोरोना के बाद रांची में ही एक चालक ने आत्महत्या कर ली है. वहीं एक और ने सुसाइड अटेम्प्ट किया है. फिलहाल वो रिम्स में भर्ती है.
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