
Ranchi : गांवों में भी अंडरग्राउंड केबलिंग के जरिये बिजली पहुंचायी जायेगी. झारखंड बिजली वितरण निगम आरएडीबी योजना के तहत कार्य कर रही है. पहले जहां, शहरी इलाकों में अंडरग्राउंड केबलिंग पर फोकस किया गया था, वहीं अब ग्रामीण और शहरी इलाकों की प्लानिंग की जा रही है. हालांकि राजधानी रांची समेत, धनबाद, जमशेदपुर, देवघर जिला में अंडरग्राउंड केबलिंग की शुरूआत पांच साल पहले की गयी थी. लेकिन अभी तक इन जिलों में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम समय पर पूरा नहीं सका है. अब जेबीवीएनएल केन्द्र सरकार के साथ मिलकर ग्रामीण इलाकों में अंडरग्राउंड केबलिंग पर काम कर रही है. योजना लगभग दस हजार करोड़ की है. जिसके लिये कंसल्टेंट एजेंसी को नियुक्त कर लिया गया है. एजेंसी योजना के लिये डीपीआर तैयार करेगी.
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राजधानी में तीस फीसदी काम अब भी अधूरा
राजधानी रांची में अंडरग्राउंड केबलिंग का 30 फीसदी काम अब भी अधूरा है. साल 2015 से जिला में अंडरग्राउंड केबलिंग की शुरूआत हुई. जिसके तहत शहरी इलाके में निबार्ध बिजली आपूर्ति की बात कही गयी. लेकिन छह साल बाद भी बिजली वितरण निगम इसे पूरा नहीं कर पायी.
दो चरण में हुआ काम
राजधानी रांची में पहले चरण के तहत एजेंसी पॉलीकैब को काम दिया गया. एजेंसी को 140 किलोमीटर केबलिंग का काम दिया गया. हालांकि केंद्र के दबाव के बाद आनन फानन में एजेंसी को बदला गया. ऐसे में साल 2018 से 2019 के बीच काम प्रभावित रहा. इसके बाद एजेंसी केईआई को काम दिया गया. केईआई को 350 किलोमीटर क्षेत्र में केबलिंग करना था. एजेंसी ने अब तक 230 किलोमीटर केबलिंग का काम किया है. कोरोना महामारी के कारण समय समय पर काम बाधित रहा. अभी भी येाजना के तहत 120 किलोमीटर केबलिंग करना शेष है. रांची आपूर्ति क्षेत्रीय महाप्रबंधक से जानकारी मिली कि क्षेत्र में अंडरग्राउंड केबलिंग के लिए दिसंबर तक का समय दिया गया है. काम तीस फीसदी बचा है. ऐसे में दिसंबर के बाद एजेंसी को एक्सटेंशन दिया जायेगा.