
- तीन सूत्री मांगों पर वार्ता के लिए मुख्यमंत्री की ओर से नहीं बुलाये जाने से नाराज हैं होमगार्ड जवान
- 17 जनवरी से ही विधानसभा के समक्ष कर रहे हैं अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन
Ranchi : पारा शिक्षकों, मनरेगाकर्मियों और झासा (झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ) के आंदोलनों से निजात पायी रघुवर सरकार से अब होमगार्ड जवान नाराज हो गये हैं. तीन सूत्री मांगों पर वार्ता के लिए मुख्यमंत्री द्वारा नहीं बुलाये जाने से नाराज झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन ने आमरण अनशन करने का एलान कर दिया है. 21 जनवरी से एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव राजीव कुमार तिवारी के साथ प्रदेश उपसचिव अजय प्रसाद और केंद्रीय सदस्य अंजना बाड़ा आमरण अनशन पर बैठेंगे.
विधानसभा के समक्ष कर रहे हैं अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन
गौरतलब है कि झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले 17 जनवरी से झारखंड राज्य के होमगार्ड जवानों द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत विधानसभा के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है. एसोसिएशन प्रदेश संरक्षक सच्चिदानंद शर्मा ने कहा कि जब तक झारखंड राज्य के होमगार्ड जवानों की तीन सूत्री मांगों का समाधान नहीं होता है, तब तक यह अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन और आमरण अनशन का कार्यक्रम जारी रहेगा.
ये हैं इनकी मांगें
- झारखंड राज्य के सभी होमगार्ड जवानों की ड्यूटी नियमित की जाये.
- सर्वोच्च न्यायालय और भारत सरकार के दिशा-निर्देश के आलोक में झारखंड के होमगार्ड जवानों को भी समान काम के बदले समान वेतन दिया जाये.
- होमगार्ड मुख्यालय से बिना स्पष्टीकरण पूछे सेवामुक्त किये गये जवानों को सेवा में वापस लाया जाये.
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