
Ranchi : राज्य में सखी मंडलों को लगातार सपोर्ट किया जा रहा है. उनके हाथों से बने प्रोडक्ट्स (उत्पादों) को पहचान दिलाने के लिए ब्रांडिंग किये जाने पर भी काम जारी है. प्रोडक्ट्स की पैकेजिंग और मार्केटिंग की समस्या को पलाश के जरिए दूर किया जा रहा है. सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने झारखण्ड स्टेट लाईवलीहुड प्रमोशन सोसाईटी(जेएसएलपीएस) के
रांची स्थित राज्य कार्यालय और सखी मंडल द्वारा निर्मित उत्पादों के मार्ट पलाश मार्ट का उद्घाटन एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड भवन में किया. इस दौरान कहा कि पलाश के उत्पाद लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं. जल्द ही पलाश के उत्पाद की खरीदारी अमेजन, फ्लिपकार्ट और रिलायंस रिटेल से भी की जा सकेगी.
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मील का पत्थर साबित होगा पलाश
आराधना पटनायक के मुताबिक एनआरएलएम, जोहार परियोजना, दीन-दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना समेत अन्य राज्य संपोषित योजनाओं से जुड़े कार्य अब जेएसएलपीएस के हेहल स्थित राज्य कार्यालय से संपन्न होंगे. पलाश के उत्पाद लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं. उम्मीद है कि पलाश ब्राण्ड आनेवाले दिनों में मील का पत्थर साबित होगा.
इस पहल के जरिए खेत के उत्पादों से लेकर बाजार तक दीदियों के लिए वैल्यू चेन एप्रोच में काम किया जा रहा है. गिरिडीह में दीदियां साबुन निर्माण, हजारीबाग में सरसों का तेल, पाकुड़ में पीवीटीजी परिवार लोबिया के उत्पादन कार्यों में लगे हैं. पलाश ब्राण्ड के जरिए अब इन उत्पादों का उनको अच्छी कीमत मिल रही है. राज्य में पलाश अपनी पहचान स्थापित कर चुका है. आनेवाले दिनों में पलाश राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायेगा.
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पलाश से ले सकते हैं 37 तरह के प्रोडक्ट्स
राज्यभर में अलग-अलग जगहों पर पलाश मार्ट को सखी मंडल के जरिये संचालित किया जा रहा है. मार्ट संचालक दीदियों को उत्पादों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश ग्रामीण विकास विभाग के स्तर से दिया गया है. पलाश मार्ट से ग्रामीण महिलाओं द्वारा उत्पादित आटा, चावल, शहद, मड़ुआ आटा, सरसों तेल, साबुन समेत 37 तरह के विभिन्न उत्पादों की खरीदारी की जा सकती है.