
Jamshedpur : बरसात का मौसम शुरू हो चुका है. आए दिन बारिश हो रही है. बावजूद इसके पंचायत क्षेत्रो के नाले की अब तक सफाई नहीं हुई है. इससे लोग गंदगी के माहौल में रहने को विवश हैं. उन्हें कई बीमारियों के फैलाव का डर भी सताने लगा है. खासकर, कालीमाटी पंचायत के नाम से जानेवाले परसुडीह के पांच पंचायत और कीताडीह के तीन पंचायतों क्षेत्र के लोगों का गंदगी से कुछ ज्यादा ही हाल-बेहाल है. इसकी वजह इन क्षेत्रों से होकर गुजरनेवाले खरकाई नदी में गिरनेवाले नाले हैं. इन नालों में समय रहते साफ-सफाई नहीं होने से कचड़ों का अंबार लग गया है. इससे नाले का पानी ओवरफ्लो होकर कहीं-कहीं घरो में भी घुसने लगा है. यह लोगों की परेशानी का सबसे बड़ा सबब बना हुआ है.
बाढ़ के खतरे से भी लोग हैं सशंकित
इन क्षेत्रों के खरकाई नदी के तटीय इलाकों में बसी बस्तियों के लोगों को अभी से ही बाढ़ का खतरा सताने लगा है. हर साल लगातार बारिश होने के कारण इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो ही जाती है. क्योंकि ओडिशा के ब्यांगिल डैम का पानी भी तब छोड़ दिया जाता है जब बारिश के कारण डैम का जलस्तर काफी बढ़ जाता है. उसके बाद एकाएक खरकाई नदी का जलस्तर बढ़ने से तटीय इलाको में खलबली मचने लगती है. फिलहाल इस तरह की स्थिति जरूर उत्पन्न नहीं हुई है, बावजूद इसके लोग यह सोंचकर परेशान जरुर हैं कि जब नदी का जलस्तर बेहद कम होने पर भी नाले का पानी घरो में घुस जा रहा है तो कहीं नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ जाने से उनका क्या हाल होगा. इसके पीछे बरसात से पहले नालों की साफ-सफाई नहीं होना ही फिलहाल जिम्मेदार माना जा रहा है.
कोई भी जिम्मेवारी लेने को नहीं है तैयार
इधर नालों की साफ-सफाई नहीं होने की जिम्मेदारी लेने को भी फिलहाल कोई तैयार नहीं है. इसमें जल संधान विभाग के भी शामिल है, जो इस दिशा में अब तक कार्यरत भी नहीं दिख रहा है. दूसरी ओर नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से बात करने पर उनका यही कहना है कि सफाई के मद में पैसा नहीं आने पर वे कैसे नालों की साफ-सफाई का काम करवा सकते हैं.


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