
Ranchi : राज्य के सात जिलों में डीवीसी की बिजली कटौती जारी है. कटौती छह नवंबर से की जा रही है. जिससे आम जनता के साथ औद्योगिक ईकाइयों की परेशानी बढ़ी है. वहीं, डीवीसी की निर्भरता खत्म करने के लिये जेबीवीएनएल डीवीसी कमांड एरिया में संचरण Transmission लाइन और ग्रिड सब स्टेशनों के निमार्ण पर बल दे रहा है. पिछले कुछ सालों से जेबीवीएनएल ने इस पर काम तेज किया है. जहां इस क्षेत्र के कुछ ग्रिड सब स्टेशन और संचरण लाइनों को इस साल ष्षुरू किया गया. वहीं, आने वाले साल में भी इस क्षेत्र में डीवीसी की निर्भरता खत्म करने पर काम किया जायेगा. जेबीवीएनएल की मानें तो पिछले एक साल में लगभग नौ ग्रिड सबस्टेशनों का उद्घाटन किया गया. ऐसा करने से जेबीवीएनएल किसी दूसरी कपंनी से बिजली खरीद, क्षेत्र में आपूर्ति कर सकती है.
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इन जगहों पर सब स्टेशन चालू


गिरिडीह के कुछ इलाकों में डीवीसी की निर्भरता खत्म हो चुकी है. इसमें जसीडीह- गिरिडीह संचरण लाइन की प्रमुख भूमिका रही. जिसकी क्षमता 220 केवी है. वहीं, 220 132 33 केवी ग्रिड-सबस्टेशन का उद्घाटन भी पिछले साल अगस्त में किया गया. जिसकी क्षमता 400 एमवीए है. क्षेत्र को डीवीसी से मुक्त करने के लिये सरिया में 132 33 केवी ग्रिड सबस्टेशन शुरू हुआ. जिसकी क्षमता 100 एमवीए है. इसकी कुल लागत 80 करोड़ रही. वहीं जमुआ में 100 एमवीए क्षमता और 132 केवी गिरिडीह-जमुआ संचरण लाइन के साथ 132 33 केवी ग्रिड सब स्टेशन की शुरूआत की गयी. ऐसे में जमुआ और सरिया से डीवीसी पर निर्भरता खत्म हुई.


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बहरगोड़ा क्षेत्र में 132 33 केवी ग्रिड सबस्टेशन, जिसकी क्षमता 100 एमवीए और 132 केवी बहरागोड़ा-दालभूमगढ़ ट्रांसमिशन लाइन 74.3 किमी का निर्माण 79 करोड़ लागत से कराया गया. वहीं, देश में पहली बार 400 केवी संचरण लाइन का उद्घाटन राज्य में किया गया. जो पतरातु से रातु के बीच शुरू हुई. इसके साथ ही पतरातु और रातु ग्रिड सब स्टेशन का उद्घाटन भी किया गया. जिससे हटिया और कांके ग्रिड में पड़ने वाले लोड को कम किया जा सके. 220 केवी मदनपुर-दुमका- जसीडीह संचरण लाइन, 220 केवी दुमका गोड्डा संचरण लाइन सह 220/132/ 33 केवी गोड्डा संचरण लाइन का उद्घाटन हुआ.
मेराल ग्रिड रही उपलब्धि
मेराल ग्रिड का उद्घाटन जेबीवीएनएल और उर्जा संचरण निगम की उपलब्धि रही. जिसे भागोडीह से जोड़ा गया. इस ग्रिड सब स्टेशन और संचरण लाइन के बनने से गढ़वा के सुदूर इलाकों में बिजली आपूर्ति 22 घंटे तक सुनिश्चित हुई. जिसकी क्षमता 132 33 केवी है. जिसकी क्षमता 300 एमवीए है छत्तरपुर में भी इस दौरान ग्रिड सब स्टेशन शुरू किया गया.
किन जिलों में है निर्भरता
डीवीसी की निर्भरता चतरा, गिरिडीह के कुछ इलाकों, रामगढ़, धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, कोडरमा जिलें में है. आने वाले समय में चंद्रपुरा धनबाद से होते हुए बोकारो जैनामोड़ तक संचरण लाइन शुरू किया जायेगा. जिसके लिये पिछले साल पश्चिम बंगाल सरकार ने सहमति दी थी. संचरण लाइन के कुछ हिस्सें बंगाल में आते है.
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