
Ranchi : टेरर फंडिंग के एक मामले में पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के सहयोगी फुलेश्वर गोप को एनआइए ने गिरफ्तार किया है. उसे 02/2018 केस में गिरफ्तार किया गया है. फुलेश्वर गोप शांति नगर गुमला का रहने वाला है. फुलेश्वर गोप को एनआइए ने गिरफ्तार करने के बाद एनआइए कोर्ट रांची में पेश किया और चार दिनों के रिमांड पर लिया है.
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दिनेश गोप के 25 लाख 38 हजार रुपये जब्त किये गये थे
केंद्र सरकार द्वारा 500 व 1000 रुपये के पुराने नोटों को चलन से बाहर कर दिये जाने के वक्त रांची के बेड़ो में 10 नवंबर 2016 को दिनेश गोप के 25 लाख 38 हजार रुपये जब्त किये गये थे. एनआइए इस मामले की जांच कर रही है. जांच के दौरान एनआइए ने पाया कि उक्त राशि ठेकेदारों-व्यवसायियों से लेवी-रंगदारी के माध्यम से वसूली गयी थी.
जांच के दौरान ही यह भी खुलासा हुआ कि दिनेश गोप अपने पारिवारिक सदस्यों के माध्यम से लेवी-रंगदारी के रुपयों को शेल कंपनियों में निवेश करता था. इसी क्रम में एनआइए ने दिनेश गोप के सहयोगियों के पास से 42.79 लाख व करीब 70 लाख रुपये की अन्य चल-अचल संपत्ति जब्त की थी. जांच में दो दर्जन से अधिक बैंकों में दिनेश गोप के पारिवारिक सदस्यों और दोनों पत्नियों के माध्यम से 2.5 करोड़ रुपये के निवेश की जानकारी भी मिल चुकी है. एनआइए के द्वारा मामले का अनुसंधान जारी है.
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30 जनवरी को गिरफ्तार हुई थीं गोप की दोनों पत्नियां
दिनेश गोप की दोनों पत्नियां बीते 30 जनवरी को गिरफ्तार हुई थीं. दोनों अब एनआइए की सरकारी गवाह बन चुकी हैं. दिनेश गोप की दोनों पत्नियों में हीरा देवी व शकुंतला कुमारी हैं. इन पर लेवी-रंगदारी के रुपयों को शेल कंपनियों में निवेश करने के आरोपों की पुष्टि हो चुकी है. इनके कोलकाता स्थित आवास की तलाशी में शेल कंपनियों में लेवी के रुपयों को निवेश से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे. इसी मामले की छानबीन के क्रम में खूंटी में एनआइए ने पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के दो सहयोगियों जयप्रकाश भुईंया और अमित जायसवाल को खूंटी के तोरपा स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया था.
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