
Ranchi/Latehar : अखिल भारतीय टाना भगत संघ के तत्वावधान में बड़ी संख्या में टाना भगत सोमवार को लातेहार डीसी कार्यालय पहुंचे. ये झारखंड में पंचायत चुनाव रद करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इन्होंने लातेहार डीसी कार्यालय को पूरी तरह से ठप कर दिया. अफसरों को कार्यालय से बाहर करते हुए ताला जड़ दिया. इस वजह से चुनाव नामांकन कार्य पूरी तरह से ठप कर दिया.
इसे लेकर लातेहार में जिला समाहरणालय का घेराव भी आज उन्होंने किया. पांचवीं अनुसूची का हवाला देकर चुनाव ना कराने की बात कही. दिनभर चले हंगामे के बाद अंततः डीसी अबू इमरान सामने आये. सरकार के स्तर से टाना भगतों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी.
चुनाव कराने या नहीं कराने के संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग से मंतव्य मांगे जाने की बात कही. कहा कि आयोग से निर्देश मिलते ही विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी. इसके बाद टाना भगतों ने अपना घेराव कार्यक्रम स्थगित कर दिया.



पंचायत चुनाव कराना संविधान की पांचवी अनुसूची का उल्लंघन



आंदोलनकारियों ने उपविकास आयुक्त सुरेंद्र कुमार वर्मा को कार्यालय से बाहर निकाल दिया है. यही नहीं, अपर समाहर्ता को भी कार्यालय से बाहर निकाल कर कार्यालय में ताला बंद कर दिया है. डीसी कार्यालय के सभी दफ्तर पूरी तरह से बंद हो गए हैं. आंदोलनकारियों का कहना है कि जिले में पंचायत चुनाव कराना संविधान की पांचवी अनुसूची का उल्लंघन है. किसी सूरत में इस इलाके में पंचायत चुनाव नहीं होने दिया जाएगा.
अखिल भारतीय टाना भगत संघ के तत्वावधान में बड़ी संख्या में टाना भगत राष्ट्र ध्वज लेकर डीसी कार्यालय पहुंचे हैं. ये घंटी बजाकर पांचवी अनुसूची का हवाला देते हुए पंचायत चुनाव रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
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क्या कहते हैं संघ के अध्यक्ष
अखिल भारतीय टाना भगत संघ के जिलाध्यक्ष परमेश्वर भगत ने कहा कि आदिवासियों के कई संगठनों ने जिला प्रशासन को कई बार आवेदन देकर पांचवी अनुसूची के अनुसार कार्य करने की बात कही है. पांचवी अनुसूची के अनुसार जिले में स्वशासन यानी गांव का शासन चलेगा.
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान और कानून के अनुसार छोटानागपुर को विशेष अधिकार प्राप्त है. पांचवी अनुसूची के तहत जिले में पंचायत चुनाव का आदेश देकर पंचायती राज विभाग के सचिव ने संविधान का उल्लंघन किया है. पांचवी अनुसूची के अनुसार जिले में शासन व्यवस्था पर नियंत्रण जनजातियों का होना चाहिए. पंचायत चुनाव रद होने तक टाना भगतों का आंदोलन जारी रहेगा.
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