
Ranchi : झारखंड में बेसिक इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग कैसी होती होगी इसका अंदाजा संस्थानों में पढ़ाने वाले शिक्षकों और स्टूडेंट्स की संख्या के अनुपात से लगाया जा सकता हैं. इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स(आइटीआइ) को मान्यता देने वाली संस्थान नेशनल काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) के आंकड़े के मुताबिक झारखंड में हर साल 30 हजार से अधिक स्टूडेंट्स यहां के आईटीआई में एडमिशन लेते हैं, पर इन्हें पढ़ाने वाले ट्यूटर की संख्या केवल 1960 ही है. इस साल के लिए राज्य के आईटीआई में एडमिशन पूरा हो चुका है पर यहां के स्टूडेंट्स कितना ट्रेंड हो पायेंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
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झारखंड में कुल 322 आइटीआइ, 61161 स्टूडेंट्स कर रहे हैं पढ़ाई:
आंकड़ों के मुताबिक, झारखंड में कुल 322 आइटीआइ हैं. इसमें 61 सरकारी और 261 प्राइवेट आइटीआइ हैं. इन संस्थानों में 70,456 सीट हैं, जहां 33,161 स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं. इन स्टूडेंट्स का भविष्य 1960 स्टूडेंट्स गढ़ रहे हैं. ये आंकड़े बीते शैक्षणिक सत्र के हैं. इन आइटीआइ में छह माह से लेकर दो साल तक का कोर्स कराया जाता है. आंकड़ों की बात करें तो सरकारी आइटीआइ में बीते शैक्षणिक सत्र में 16796 सीट हैं. जहां 5045 स्टूडेंट्स नामांकन लिया. इसी तरह 261 प्राइवेट आइटीआइ में 53660 सीट हैं, जहां 28116 स्टूडेंट्स एडमिशन लिया.
धनबाद में सबसे अधिक इंस्ट्रक्टरः
आंकड़ों के मुताबिक, सबसे अधिक इंस्ट्रक्टर धनबाद में हैं. यहां कुल 440 इंस्ट्रक्टर हैं. बोकारो में 209, चतरा में 01, देवघर में 176, धनबाद में 440, दुमका में 85, हजारीबाग में 235, पूर्वी सिंहभूम में 106, गढ़वा में 10, गिरिडीह में 20, गोड्डा में 51, गुमला में 17, जामताड़ा में 45, खूंटी में 01, कोडरमा में 40, लातेहार में 15, लोहरदगा में 24, पाकुड़ में 13, पलामू में 102, रामगढ़ में 102, रांची में 268, साहेबगंज में 25, सरायकेला-खरसावां में 56, सिमडेगा में 08 और पूर्वी सिंहभूम में 56 इंस्ट्रक्टर छात्रों को पढ़ा रहे हैं.
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