
New Delhi: विश्व स्वास्थ संगठन ने कहा है कि मंकीपॉक्स का नाम बदलकर एमपॉक्स रख दिया गया है. संगठन का कहना है कि वायरस के नाम को लेकर कई शिकायती मिली थीं. शिकायतकर्ताओं ने इसे नस्लीय क़रार दिया था. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि अगले एक साल तक इस वायरस को दोनों ही नामों से जाना जाएगा. विशेषज्ञों, आम जनता और कई देशों के प्रतिनिधियों से विचार विमर्श करने के बाद संगठन ने इस वायरस को एमपॉक्स का नाम दिया है.
इसे भी पढ़ें: Terrorist Attack In Somalia: सोमालिया में होटल पर आतंकी हमला, 9 लोगों की मौत, 47 घायल
1970 में ह्मयूमन मंकीपॉक्स की पहचान की गई थी और इसका नाम मंकीपॉक्स इसलिए रखा गया था क्योंकि सबसे पहले बंदरों में इस वायरस को पाया गया था. इस साल अफ़्रीका के बाहर भी यह वायरस कई देशों में पाया गया है. यूरोप, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका समेत क़रीब 29 देशों में इस वायरस का प्रकोप था और इसी कारण इससे संक्रमित लोगों को बचाने के लिए वैक्सीन की बहुत मांग हो रही है. जुलाई में विश्व स्वास्थ संगठन ने वैश्विक स्वास्थ इमरजेंसी की घोषणा की थी. लेकिन अब पिछले कुछ महीनों से इस वायरस से होने वाले संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आ रही है.ब्रिटेन में मई से अब तक 3500 मामले आए हैं लेकिन वैक्सीन लगाने के बाद से मामलों में कमी आने लगी है. इससे प्रभावित वैसे पुरुष ज़्यादा पाए गए हैं जो समलैंगिक हैं.