
Ranchi : सरकार पारा शिक्षकों के 47 दिनों से चले आ रहे आंदोलन को खत्म करने के लिए प्रयासरत है. वहीं पारा शिक्षक अपनी बातें माने जाने को लेकर अड़े हुए हैं. पारा शिक्षकों के आंदोलन में जाने से प्राथमिक स्कूलों की पढ़ाई लगभग ठप हो चुकी है. हड़ताल के दौरान 13 पारा शिक्षकों की जान भी जा चुकी है. पारा शिक्षकों के मुददों को लेकर विधानसभा में भी जमकर बहसबाजी हुई थी, सदन ठप भी रहा था. अब सरकार पारा शिक्षकों को काम में वापस बुलाने के लिए सरकार उनको वेतनमान दे सकती है. वेतनमान देने के लिए नियमावली भी तैयार करने के आदेश मंत्री के स्तर से विभाग को दिया जा चुका है. नियमावली बनने के बाद ही पारा शिक्षकों को कितना वेतन दिया जाएगा, ये तय हो पाएगा. हालांकि अंतिम फैसला सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ही करेंगे.
15 नवंबर से हड़ताल में हैं पारा शिक्षक
राज्य के 67 हजार पारा शिक्षक राज्य स्थापना दिवस के दिन से ही हड़ताल पर हैं. इस दौरान कई पारा शिक्षकों की जान भी चली गयी. सरकार और शिक्षा विभाग पारा शिक्षकों को मनाने में नाकाम रही है. पारा शिक्षक कार्रवाई की बात के बाद भी नहीं मान रही है. जिस वजह से राज्य के करीब 9,500 स्कूलों में पठन पाठन पूरी तरह से ठप है.
वेतनमान कितना मिलेगा इसपर अटक सकता है मामला
टेट पास पारा शिक्षकों को सरकार वेतनमान देने की तैयारी में है, लेकिन कितना वेतनमान देंगे तय नहीं हो पाया है. एकीकृत पारा शिक्षक संघ की मांग है कि सरकार टेट पास पारा शिक्षक को 22 हजार, प्रशिक्षित को 20 हजार और अप्रशिक्षित को 18 हजार तक देने की मांग कर रहे हैं. वहीं सरकार टेट पास को 13 हजार, प्रशिक्षित को 12 हजार और अप्रशिक्षित को 10 हजार देने की बात कह रही है. अब वेतनमान के लिए नियमावली बनने के बाद ही तय हो पाएगा कि सरकार कितना वेतनमान देगी.
वेतनमान देगी सरकार तो पारा शिक्षक हड़ताल वापस ले लेंगे : संजय दुबे
एकीकृत पारा शिक्षक संघ के संजय दुबे ने कहा कि अगर सरकार वेतनमान देने को तैयार हो जाती है, तो पारा शिक्षक हड़ताल खत्म कर देंगे. उन्होंने कहा कि सरकार एक कदम आगे बढ़ा कर वेतनमान देने की बात करेगी, तो हम सरकार के इस फैसले का स्वागत करेंगे और हड़ताल वापस ले लेंगे. लेकिन पारा शिक्षक अब सभी मृत पारा शिक्षकों के परिवार को मुआवजा और पारा शिक्षकों पर हुए केस को वापस लेने की भी मांग कर रहे हैं.