
Ranchi : शहर के अंजुमन इस्लामिया हॉस्पिटल में अब मानसिक बीमारियों का भी इलाज होगा. हॉस्पिटल के ओपीडी में डॉ एमएस जफर ने सेवाएं देनी शुरू कर दी हैं. डॉ जफर सप्ताह में दो दिन सोमवार और मंगलवार को अंजुमन इस्लामिया हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं देंगे. प्रशासक अतीकुर्रहमान और हॉस्पिटल के अध्यक्ष इबरार अहमद ने डॉ जफर का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में मनोरोग डॉक्टर की सेवाएं ओपीडी में उपलब्ध होने से लोगों को काफी राहत होगी. डॉ जफर ने कहा कि मौसम परिवर्तन के समय विशेष रूप से मनोरोगियों का ख्याल रखना जरूरी है.
तनाव मुक्त जीवन से मनोरोग से बचाव किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि भरपूर नींद लें, तनावमुक्त रहें और नशा पान न करें. इसके अलावा तंबाकू, शराब, अल्कोहल आदि का सेवन न करें.
वहीं कोई भी लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें. मौके पर डॉ अहरार, मो नजीब, शहजाद बबलू, हाजी नवाब, ग्यासुद्दीन मुन्ना, मोहम्मद जावेद, मो मोहसिन, मो वसीम, मो शकील सहित अन्य मौजूद थे.


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जानलेवा साबित हो सकता है नशा
डॉ जफर ने कहा कि मनोरोगियों के लिए नशा जानलेवा साबित हो सकता है. विशेष कर युवा वर्ग के लोगों को नशा से दूर रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सिर दर्द को हल्के में न लें.
गंभीर सिरदर्द मिर्गी के लक्षण भी हो सकते हैं. वहीं, मंदबुद्धि बच्चों को भी खुशहाल माहौल देना जरूरी है. विपरीत परिस्थितियां हर इंसान के साथ आती हैं. लेकिन समय के अनुसार अपने आपको ढालने की आदत डालें.
उन्होंने कहा कि सिजोफ्रेनिया (मनोविद्वलता), उदासी, उत्तेजना, चिंता, पैनिक डिसऑर्डर, माइग्रेन, डिमेंशिया (भूलने की बीमारी), नींद की बीमारी, नींद कम आना, मिर्गी, यौन संबंधी मानसिक रोग, हिस्टीरिया, एडिक्शन, नशे आदि का सेवन, बचपन में होनेवाली बीमारियां, मंदबुद्धि, पढ़ाई में मन नहीं लगना का इलाज संभव है.
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