
Ranchi : झारखंड में पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) रांची पुलिस समेत एनआइए, सीबीआइ व अन्य एजेंसियों के लिए सरदर्द बन चुका है. पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया ने झारखंड में अपने संगठन के विस्तार के लिए बैठक की है. यह बैठक केंद्रीय कमेटी द्वारा की गयी है. झारखंड स्टेट कमेटी की जिम्मेदारी राजेश गोप को दी गयी है. इस बैठक में झारखंड को छह जोन में बांटा गया है. झारखंड में ऐसे कई जोन थे जिनके पद बहुत दिनों से रिक्त थे. उन पदों को भरा गया है. इस बैठक में चर्चा की गयी कि झारखंड में पीएलएफआइ को किस प्रकार से और मजबूत किया जाये. इसके लिए सभी रीजनल सचिव को अपना जोन मजबूत करने का निर्देश और कमेटी का विस्तार करने का आदेश दिया गया है.
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गिरफ्तार नक्सलियों को दिनेश गोप ने बताया ठग
रांची पुलिस ने हाल के दिनों में पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप को हथियार पहुंचाने और लेवी के पैसे पहुंचाने के आरोप में 8 लोगों को गिरफ्तार किया था. जिसमें निवेश पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप का करीबी बताया जा रहा था. इस मामले को लेकर पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप ने रविवार को प्रेस रिलीज जारी कर निवेश और उसके गिरफ्तार सभी साथियों को ठग बताया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी लोगों से पीएलएफआइ का कोई संबंध नहीं है. वे लोग पीएलएफआइ के नाम पर ठगी करते हैं और लोगों को डरा धमका कर पैसा वसूलते हैं. आपको बता दें कि रांची पुलिस ने पीएलएफआइ सुप्रीमो को दैनिक सामान पहुंचाने वाले 8 लोगों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में रांची पुलिस ने कुल 77 लाख रुपये, बड़े हथियार के डमी, तीन पिस्टल और 32 गोलियां बरामद की थीं.
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