
Ranchi : झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान (7 दिसम्बर) के ठीक पहले राजधानी रांची पहुंचे कांग्रेसी नेता मनीष तिवारी ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. न्यूज विंग के सवाल पर कहा कि अगर इस चुनाव में राज्य की जनता कांग्रेस को आशीर्वाद देती है, तो पार्टी अगले पांच सालों में दिखायेगी कि राज्य में पारदर्शी शासन कैसे चलाया जाता है.
कांग्रेस नेता पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे थे. बता दें कि हमारे संवाददाता ने कांग्रेसी नेता से पूछा था कि 19 साल हो गया राज्य बने हुए, लेकिन कांग्रेस यहां न तो अपने बल पर सरकार बना पायी, न ही पार्टी को विपक्षी दल की मान्यता मिल सकी है. मनीष तिवारी ने इसके लिए जनता से एक बार कांग्रेस को मौका देने की बात कही.
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महाराष्ट्र के परिणाम ने बदली है धारणा
बीजेपी को घेरते हुए उन्होंने कहा कि 2014 के बाद और इस वर्ष हुए महाराष्ट्र चुनाव के ठीक पहले देश में यह धारणा बनी थी कि चुनाव बाद किसी भी पार्टी को सबसे ज्यादा सीट क्यों नहीं आये, लेकिन सरकार तो बीजेपी की ही बनेगी. लेकिन महाराष्ट्र के परिणाम ने इस धारणा को बदला है. वहीं झारखंड में बनने जा रही गठबंधन की सरकार इस धारणा पर अकुंश लगायेगी. प्रेस वार्ता के दौरान मनीष तिवारी ने मोदी सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था को खराब करने और रघुवर सरकार पर राज्य में विकास को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया.
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मोदी सरकार ने उड़ाये भारतीय अर्थव्यवस्था के परखच्चे
कांग्रेसी नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था के परखच्चे उड़ा दिये हैं. यूपीए सरकार के दौरान 2004 में जहां जीडीपी की वृद्धि दर 7 से 8 प्रतिशत के बीच तक थी, वह मोदी सरकार में गिरकर 4.5 जीडीपी पहुंच गई है. पूरी स्थिति मोदी सरकार में देश की गिरती दशा को बयां करती है. दूसरी तरफ पीएम मोदी मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रम से देश की विकास की बात करते हैं.
आज देश में बेरोजगारी चरम पर है, उसका निदान बीजेपी नहीं कर रही है. इससे उलट डबल इंजन की सरकार बनाकर मोदी और रघुवर सरकार ने देश को आर्थिक संकट में धकेलने का काम किया है. जीएसटी को लेकर मनीष तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने गैर भाजपा शासित प्रदेशों के जीएसटी के शेयर भी नहीं दिये हैं. जब उन राज्यों से केंद्र से पैसे की मांग की, तो केंद्र की तरफ से कहा गया कि उनके पास पैसे भी नहीं हैं.
राज्य में भुखमरी से मौत की घटनाएं शर्मनाक
रघुवर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि खनिज संपदा से संपन्न प्रदेश में भूखमरी और किसानों की आत्महत्या जैसी घटनाएं होना सरकार की विफलता को दर्शाता है. राज्य में जिस तरह से भुखमरी से मौत हुई है, वह काफी शर्मनाक है. पीएम मोदी को यह बताना चाहिए कि 21वीं सदी में देश का क्या कोई भी व्यक्ति भूखे भी मर सकता है. आज रघुवर सरकार में झारखंड का नाम मॉब लिंचिंग से जोड़ा जाता है.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें राजनीतिक द्वेष के तहत फंसाया गया है. सीबीआइ के आरोप पत्र से यह साबित हो रहा है. कहा कि द्वेष की राजनीति हमेशा नकारात्मक होती है और इसकी समझ बीजेपी के नेताओं को भी होनी चाहिए.