
Kolkata : विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत पाने के बाद टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राजभवन में सुबह 10:45 बजे शपथ लेने के तुरंत बाद ममता ने अपने पहले संबोधन में राज्य में जारी हिंसा पर कड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि हिंसा फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ममता ने साफ कहा कि हिंसा की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान भी ममता बनर्जी और राज्यपाल के बीच जारी तल्ख़ियां फिर उभर कर सामने आ गई. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने अपने बधाई संबोधन में ही ममता को हिंसा के मुद्दे पर नसीहत दे दी. राज्यपाल ने साफ कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था का राज होना चाहिए और राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता हिंसा को रोकना हो. उन्होंन कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि ममता बनर्जी संविधान के अनुसार काम करेंगी.

ममता ने भी राज्यपाल को जवाब देते हुए कहा कि राज्य में पिछले तीन महीने से कानून-व्यवस्था चुनाव आयोग के अंतर्गत है. पिछले तीन महीने के दौरान चुनाव आयोग ने डीजीपी से लेकर राज्य के विभिन्न जिलों में पुलिस अधिकारियों को बड़े पैमाने पर बदल दिया था. मैंने अभी-अभी मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. अब नये सिरे से पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करूंगी.
ममता ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता कोविड-19 से मुकाबला है. इसके बाद कानून व्यवस्था को ठीक करना व शांति बहाली है, ममता ने कहा कि मैं यहां से जाकर राज्य सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करूंगी और इसमें चुनाव आयोग द्वारा बदले गए अधिकारियों को भी वापस तैनाती पर बड़ा फैसला लेंगी. साथ ही उन्होंने दोहराया कि वह शांति के पक्षधर हैं.