
Lucknow: लखनऊ में एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी के समर्थन में पुलिस महकमे में आवाज उठने लगी है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पुलिस राज्य कर्मचारी परिषद खुलकर लखनऊ शूटआउट के आरोपी पुलिसकर्मियों के समर्थन में उतर आई है. संगठन ने 5 अक्टूबर को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है. इधर आरोपी प्रशांत चौधरी के समर्थन में फेसबुक पर पोस्ट डालनेवाले एक सिपाही को सस्पेंड किया गया है.
सिपाही सर्वेश चौधरी सस्पेंड


विवेक तिवारी की हत्या के आरोपी पुलिसकर्मी के समर्थन में कई पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं. एक पोस्ट में दावा किया गया है कि आगामी 6 अक्टूबर को प्रशांत चौधरी के समर्थन में प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा. हालांकि मामले को लेकर गंभीरता दिखाते हुए पुलिस प्रशासन ने पोस्ट करने वाले पुलिसकर्मी सर्वेश चौधरी को बर्खास्त कर दिया.




फेसबुक पर पोस्ट किए गए वीडियो में पुलिसकर्मी सर्वेश चौधरी कहता सुनाई दे रहा है कि उसे भी विवेक तिवारी के परिजनों से सहानुभूति है, लेकिन लोगों को पुलिसवालों को गुंडा और हत्यारा कहना बंद कर देना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हुआ तो हमारी चुप्पी के गंभीर परिणाम होंगे. इस वीडियो में सर्वेश चौधरी ने मीडिया और नेताओं पर भी पुलिसकर्मियों का समर्थन नहीं करने का आरोप लगाया है.
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आईजी एलओ प्रवीण कुमार ने बताया कि एटा के सिपाही सर्वेश चौधरी को फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने पर सस्पेंड किया गया है. साथ ही सर्वेश के खिलाफ विभागीय कार्रवाई जारी है. वही कुछ बर्खास्त सिपाही भी सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाल रहे हैं. सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों पर हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है.
300 पुलिसवालों की सीक्रेट मीटिंग !
वहीं द टेलीग्राफ की एक खबर के अनुसार, गुरुवार को यूपी पुलिस के करीब 300 कर्मियों ने इलाहाबाद में बंद दरवाजे के पीछे एक बैठक की है. इस मीटिंग में शामिल सभी पुलिसकर्मियों का मानना है कि विवेक तिवारी हत्याकांड के आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी और संदीप राणा बेगुनाह हैं. और उन्हें आरोपमुक्त किया जाए. इस बैठक में शामिल एक पुलिसकर्मी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि योगी सरकार पहले पुलिसवालों का इस्तेमाल कर सख्ती दिखाती है. बाद में पुलिसवालों को ही गुंडा और हत्यारा करार दिया जाता है.
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