
Dhanbad: कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते देख देश मे लॉकडाउन को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जो अब तीन मई तक रहेगा. इसे लेकर बाहर काम कर रहे मजदूरों का धैर्य टूटता जा रहा है. और अब वे किसी भी तरह अपने घर पहुंचना चाहते हैं.
गुरुवार को बोकारो जिला से पांच मजदूर युवक पैदल ही उत्तर प्रदेश के मुर्शिदाबाद के लिए चल दिये, जिसे धनबाद के सिजुआ में स्थानीय लोगों द्वारा पकड़ा गया और पुलिस को सौंप दिया गया.
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लॉकडाउन के कारण हो गये बेरोजगार
उत्तर प्रदेश के मुर्शिदाबाद जिले के रहने वाले पांच युवक बोकारो जिले में मजदूरी का काम करते थे. लेकिन लॉकडाउन के कारण इनका काम बंद हो गया और यह बेरोजगार हो गये. इनके समक्ष खाने-पीने की भी दिक्कतें आने लगी, जिससे इन लोगों का धैर्य टूटने लगा.
आखिरकार पांचों युवकों ने बोकारो जिला से पैदल ही मुर्शिदाबाद जाने का ठान लिया. इन पांचों युवकों को पैदल जाता देख धनबाद के सिजुआ में स्थानीय लोगों ने पकड़ कर पूछताछ की और पुलिस को इसकी सूचना दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पांचों युवकों को थाना ले गयी.
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मजदूरों को जांच के लिए भेजा जायेगा पीएमसीएच
पुलिस के अनुसार, पकड़े गये पांचों युवकों से पूछताछ की जायेगी. साथ ही सभी को जांच के लिए पीएमसीएच भेजा जाएगा. साथ ही एहतियात के लिए क्वॉरेंटाइन भी किया जायेगा.
सवाल यह उठता है कि धनबाद और बोकारो जिले की सभी सीमाएं सील हैं. ऐसे में इन युवकों ने बोकारो जिले की सीमा को पार कैसे किया? दूसरा सवाल यह उठता है कि केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से बार-बार कहा जा रहा है मजदूरों को खाने की दिक्कत नहीं होने दी जायेगी.
ऐसे में इन मजदूरों के समक्ष भोजन की समस्या कैसे उत्पन्न हो गयी? इन मजदूरों ने बताया कि 21 दिनों के लॉकडाउन में उन्होंने धैर्य रखा, क्योंकि उनके पास भोजन के लिए राशन-पानी की व्यवस्था थी. लेकिन लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ जाने के कारण उनका धैर्य जवाब देने लगा. राशन-पानी खत्म होने लगा था. ऐसे में घर जाने के अलावा उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है.
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