
Ranchi: राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि बिहार आई बैंक को और प्रभावी एवं विश्वसनीय बनाने के लिये अधिक से अधिक अच्छे नेत्र चिकित्सकों को इस ट्रस्ट से जोड़ने का प्रयास करें. मेडिकल फेसिलिटी विकसित करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत रहें. उन्होंने सभी ट्रस्टी से कहा कि वे आम जनमानस के हित में बिहार आई बैंक के विकास के लिये प्रतिबद्धता से कार्य करें. इस आई बैंक के प्रति लोगों का विश्वास बना रहे, इसके लिये समर्पित रहें.
उन्होंने इस आई बैंक को आयुष्मान योजना से जोड़ने को निर्देश दिया. राज्यपाल गुरुवार को राजभवन में बिहार आई बैंक ट्रस्ट के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे.
इसे भी पढ़ें:झारखंड के विभिन्न नगर निकायों में 53 तालाबों का होगा जीर्णोद्धार, डीपीआर के लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू


बैठक में विकास आयुक्त-सह-अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग अरुण कुमार सिंह, राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी, बिहार आई बैंक ट्रस्ट की सचिव डॉ प्रोन्नति सिन्हा, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष श्याम शंकर दूबे, ट्रस्टी सिद्धार्थ घोष एवं अजय कुमार जैन आदि उपस्थित थे.




राज्यपाल ने सभी ट्रस्टी से कहा कि वे दूर दृष्टिकोण अपनाते हुए इस ट्रस्ट को और बेहतर कर मानव-कल्याण व परोपकार के मार्ग पर चलें. राज्यपाल ने दिवंगत नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ डीएन सिंह का उल्लेख करते हुए कहा कि कुछ लोग अपने कर्मों से दुनिया से जाने के बाद भी सदा पुनीत कार्यों के लिये याद किये जाते हैं.
डॉ सिंह ने अपने अमिट योगदान से इस ट्रस्ट की गरिमा को और बढ़ाने का कार्य किया. राज्यपाल ने कहा कि इस ट्रस्ट द्वारा आम जनता के हितों को ध्यान मंग रखते हुए सस्ते में नेत्र रोग उपचार की सुविधा प्रदान किया जाना सराहनीय प्रयास है.
इसे भी पढ़ें:नाटो के 100 से ज्यादा लड़ाकू विमान हाई अलर्ट पर, 120 जंगी जहाज भी तैनात, यूक्रेन का दावा- रूस के 2 सैनिक बनाए गए बंधक
उन्होंने ट्रस्ट को समय-समय पर आई कैम्प का आयोजन करने एवं मोतियाबिंद की जांच के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में भी जाने के लिये कहा.
राज्यपाल ने कहा कि नवजात शिशुओं के आंखों की समस्या की निःशुल्क जांच करने की दिशा में ट्रस्ट द्वारा विशेष ध्यान दिया जाय. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण भी कई लोगों की आंखों में समस्या देखी गई है, इस दौर में बच्चों के लिये ऑनलाइन क्लास ही विकल्प था. ऐसे में बच्चों के नेत्र की जांच की दिशा में आई बैंक ट्रस्ट को ध्यान देने की आवश्यकता है.
इसे भी पढ़ें:भारत में क्रिकेट भी एक पर्व की तरह है, लोगों में भी आस्था दिखने लगी है: कुणाल
राज्यपाल ने कहा कि ट्रस्ट बिहार आई बैंक के प्रस्तावित अतिरिक्त कक्षों के निर्माण का प्राक्कलन तैयार समर्पित तैयार करें. राज्यपाल ने ट्रस्ट को वित्तीय संसाधन की दिशा में भी ध्यान देने हेतु कहा ताकि आई बैंक निर्बाध गति से बेहतर करता रहे.
उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के सभी सदस्य पूरे जोश, उत्साह, उमंग के साथ जनमानस के हित में कार्य करें तो कोई मुश्किलें प्रगति की राह में बाधा नहीं होगी. उक्त अवसर पर दिवंगत नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ डीएन सिंह एवं छवि घोष (ट्रस्ट के पूर्व सचिव स्व पीके घोष की पत्नी) की स्मृति में मौन भी रखा गया.
इसे भी पढ़ें:रूसी हमले से घबराये यूक्रेन ने भारत से लगाई गुहार, कहा PM Modi आपके तो पुतिन अच्छे दोस्त हैं, रुकवा दें महायुद्ध