
Ranchi: नक्सलियों ने सुरक्षा के मद्देनजर जंगल छोड़कर अब शहर में अपना ठिकाना बना लिया है. मकान मालिकों को बिजनेसमैन या खुद को ठेकेदार बता कर शहर में नक्सली रह रहे हैं. पुलिस को शक न हो इसके लिए शहर के पॉश इलाके में रह कर लेवी वसूल कर उग्रवादी संगठन के लिए काम करते हैं. हालांकि, पुलिस पहले भी कई नक्सलियों को शहर से गिरफ्तार कर चुकी है लेकिन नक्सली पुलिस और मकान मालिकों को चकमा देकर अपना पनाह शहर में ले रखा है.
बता दें कि झारखंड के नक्सलियों तक विदेशी हथियारों की सप्लाई रूट का झारखंड की खुफिया एजेंसी से लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी तक खुलासा कर चुकी है. यह भी खुलासा हो चुका है कि म्यांमार से मणिपुर के रास्ते अवैध हथियार झारखंड के नक्सलियों-उग्रवादियों तक पहुंचता रहा है. म्यांमार आर्मी के इस्तेमाल में आने वाला हथियार भी नक्सलियों के पास से बरामद हो चुका है.
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रेंट वेरिफिकेशन का काम पूरी तरह से है ठप



रांची पुलिस रेंट वेरिफिकेशन की बात तो करती है लेकिन जमीनी हकीकत पर रेंट वेरिफिकेशन का काम पूरी तरह से ठप है. वरीय पदाधिकारियों के द्वारा इसके लिए बाइक दस्ता का गठन भी किया गया था और सभी बाइक दस्ता वालों को निर्देश दिया गया था कि रेंट वेरिफिकेशन का कार्य सही ढंग से करेंगे. शुरुआती दौर में बाइक दस्ते की टीम ने रजिस्टर पर रेंट पर रह रहे लोगों की डिटेल्स तो ली लेकिन उसके बाद वह रजिस्टर थाने लेबल पर ही सिमट कर रह गई. शहर में उग्रवादी संगठन के लोग रेंट पर आसानी से रह लेते हैं लेकिन उनकी पहचान नहीं हो पाने की वजह से बाद में किसी बड़े वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस के लिए सर दर्द बन जाती है.
हाल के दिनों में राजधानी से गिरफ्तार नक्सली-उग्रवादी
छह जनवरी 2022 धुर्वा के आम बगान के समीप पीएलएफआइ को दैनिक सामान भेजे जाने की सूचना पर पुलिस ने नक्सलियों के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया. तीनों युवक दिखावे के लिए अलग-अलग काम करता था, जबकि पीएलएफआइ की सक्रिय रूप से मदद करता था.
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नवंबर 2021-पीएलएफआइ उग्रवादी छोटू लोहरा लातेहार पुलिस से बचने के लिए रांची भाग आया था, जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर रातू इलाके से गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी से पहले दोनों ओर से जमकर फायरिंग भी हुई थी.
फरवरी 2020- तुपुदाना के हुलहुंडू में किराए के मकान में मजदूर के रुप में रह रहे गुमला के 2 लाख का इनामी उग्रवादी इमानुएल की गिरफ्तारी हुई थी. उग्रवादी काफी दिनों से पुलिस को चकमा देकर रह रहा था.
नवंबर 2019- पीएलएफआई का दुर्दांत उग्रवादी अखिलेश अपने दस्ते के साथ नगड़ी इलाके में छिपा हुआ था. 14 नवंबर 2019 को 15 उग्रवादियों के साथ उसकी गिरफ्तारी हुई थी.
क्या कहते हैं वरीय पदाधिकारी
सिटी डीएसपी दीपक ने बताया कि पुलिस रेंट वेरिफिकेशन का काम कर रही है. रेंट वेरिफिकेशन को और भी तेजी से करने की आवश्यकता है. सिटी डीएसपी ने बताया कि रेंट वेरिफिकेशन का काम सही ढंग से किया जाएगा तो उग्रवादी संगठन के लोग जो शहर में रह रहे हैं उन पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी.
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