
Uday Chandra
New Delhi: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी को मशहूर कड़कनाथ चूजों के लिए अभी इंतज़ार करना होगा. धोनी ने अपने फॉर्म हाउस के लिए झाबुआ के कड़कनाथ पॉल्ट्री फॉर्म को 2 हजार चूजों का आर्डर दिया था. लेकिन बर्ड फ्लू के कारण कड़कनाथ पॉल्ट्री फॉर्म भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. बताया गया है कि बर्ड फ्लू की चपेट में वे दो हजार चूजे भी आ गये हैं जिनका ऑर्डर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धौनी ने झाबुआ के कड़कनाथ पॉल्ट्री फॉर्म को दिया था.
इसे भी पढ़ें- स्वास्थ्यकर्मियों का डर खत्म करने के लिए 16 जनवरी को स्वास्थ्य मंत्री खुद लेंगे कोविड का टीका
1000 काले मुर्गों का मतलब 10 लाख तक की कमाई
झाबुआ का कड़कनाथ फार्म अपने काले मुर्गों के लिए देश भर में मशहूर है. काला मुर्गा आसानी से उपलब्ध नहीं होता है और यह देश के कुछ हिस्सों में ही पाया जाता है. इस काले मुर्गे को कड़कनाथ चिकन के नाम से जाना जाता है.
आजकल यह कड़कनाथ चिकन बिजनेस का एक बहुत ही शानदार जरिया बन चुका है. अगर आपके पास 1000 काले मुर्गे हैं तो आप 10 लाख तक की कमाई बहुत ही कम दिनों में कर सकते हैं. धौनी ने इसी नस्ल के दो हजार चूजों का आर्डर दिया था, लेकिन सभी चूजे बर्ड फ्लू की चपेट में आ गये.
इसे भी पढ़ें- PMAY औऱ Smart City Mission प्रोग्राम में नौकरी का मौका : जानें, किन पदों के लिये कैंडिडेट की हो रही तलाश
कड़कनाथ फॉर्म में पसरा है सन्नाटा
कड़कनाथ फार्म के संचालक विनोद मैडा ने बताया कि उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ा है. अभी दो हफ्ते पहले तक जो कड़कनाथ फॉर्म मुर्गो की आवाज से गूंजा करता था, वहां अब सन्नाटा पसरा हुआ है.
धोनी को चूजों की सप्लाई पिछले साल दिसंबर में ही होनी थी लेकिन बारिश के कारण डिलीवरी की तारीख आगे बढ़ा दी गयी थी. अब बर्ड फ्लू ने इस ऑर्डर पर एक बार फिर संकट खड़ा कर दिया है.
दरअसल , पिछले दस दिनों से रोज 300 से 400 चूजे और मुर्गे मर रहे थे. जब एक मरे हुए मुर्गे की रिपोर्ट आयी तो उसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. नतीजन बचे हुए सभी 800 मुर्गो को मार कर दफनाना पड़ा है.
इसे भी पढ़ें- चारा घोटाले मामले में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ जल्द शुरू हो सकती है गवाही