लातेहार: 28 नवंबर को अपहृत दो गार्डों और एक मुंशी का अब तक सुराग नहीं

Latehar: झारखंड-छत्तीसगढ़ बॉर्डर से सटे सामरी हिंडालको माइंस के कुकूद कांटा घर से गत 28 नवंबर को अगवा किये गए दो गार्ड और एक मुंशी का एक सप्ताह बीतने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है. इस सम्बन्ध में अपहृतों के परिजन शनिवार को हिंडालको कंपनी के कार्यालय पहुंचे व हिंडालको के जीएम से सभी को छुड़वाने की मांग रखी.
परिजनों के आने की सूचना पर हिंडालको कंपनी के ए जी एम राजेश प्रसाद घोष गेट पर आकर उनकी समस्या सुनी एवं परिजनों के साथ संवेदना व्यक्त करते हुए उनके सकुशल घर वापस आने की उम्मीद जतायी.
इसे भी पढ़ें – अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत
अगवा लोगों के परिजन नक्सलियों से छोड़ने की लगा रहे हैं गुहार
वहीं सूरज सोनी की पत्नी सोनम सोनी, संजय यादव गार्ड के भाई राजू रंजन यादव एवं रामधनी यादव मुंशी का भाई श्रवण यादव ने मीडिया के माध्यम से उन्हें जल्द से जल्द छोड़ देने की अपील नक्सलियों से की है.
परिजनों ने कहा है कि हम गरीब रोजी रोटी एवं परिवार के पालन पोषण हेतु हिंडालको में एवं जी एन सी ट्रांसपोर्ट कंपनी में कार्य करते हैं. हम सभी नक्सलियों को कहां से पैसा दे सकते हैं. सबों के घर पर परिजन एवं बच्चे काफ़ी रो रहे हैं, जिससे उनकी प्रतिदिन तबीयत ख़राब होते जा रही है. कृपा कर जल्द से जल्द दोनों गार्ड एवं एक मुंशी को छोड़ने की कृपा करें, पूरे परिवार चिंता में पड़ा हुआ है.
विदित हो कि उपरोक्त घटना के बाद से सामरी सबाग क्षेत्र में काफ़ी दहशत फैली है. इस विषय में नक्सलियों के भय से कोई भी कुछ भी कहने सुनने को तैयार नहीं हैं.
इसे भी पढ़ें – साइबर अपराध के मामले में जेल में बंद गोविंद मंडल को पुलिस ने लिया रिमांड पर
सभी के घरों में छाया है मातम
बताते चलें कि एक गार्ड सूरज सोनी, पिता तुलसी सोनी, महुआडांड़ थाना क्षेत्र के गोठगांव गांव का हैं, जिसका परिवार अभी वर्तमान में छत्तीसगढ़ में ही रहता है. वही कल रविवार को सूरज सोनी की भांजी की शादी है. अपहरण के बाद घर में मातम छाया हुआ है.
इसे भी पढ़ें – केंद्र सरकार और किसानों के बीच पांचवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा, 9 को फिर बातचीत