
Latehar: जिला के महुआडांड़ प्रखंड में मनरेगा योजनाओं में गड़बड़ी का मामला सामने आया था. इसे न्यूजविंग ने प्रकाशित किया था. योजनाओं के क्रियान्वयन में अनियमितता को लेकर लातेहार डीडीसी के निर्देश पर जांच की गयी.
महुआडांड़ प्रखंड के दुरूप, महुआडांड़ एवं चटकपुर पंचायत में 12 योजनाओं की जांच की गयी. जांच टीम ने महुआडांड़ प्रखंड के दुरूप, महुआडांड़ एवं चटकपुर पंचायत में क्रियान्वित मनरेगा योजनाओं में अनियमितता की जांच की.
जांच टीम में डीआरडीए के परियोजना पदाधिकारी उपेंद्र राम, पथ निर्माण विभाग के कनीय अभियंता मजहर हुसैन व नरेगा वॉच की टीम लीडर अफसाना खातून शामिल थे.
जांच टीम ने 19 और 20 अगस्त को योजना स्थल पर जांच की थी. 12 योजनाओं की जांच में योजनाएं धरातल पर पायी गयीं लेकिन कई योजनाओं में जांच टीम को निर्गत मस्टर रोल के अनुसार योजना स्थल में मजदूर नहीं मिले. जांच टीम ने 18 अगस्त से 24 अगस्त तक के निकाले गये मस्टर रोल से मजदूरों का मिलान भी किया जिसमें फर्जी उपस्थिति अंकित करने के प्रमाण मिले.
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मनरेगा योजनाओं के क्रियान्वयन में क्या पाया जांच टीम ने
साले गांव में चन्द्रदीप एक्का के खेत में टीसीबी जांच के क्रम में टीम ने पाया कि योजना में 67 गड्ढों का निर्माण किया गया है जिसमें ट्रेंच में 3 फीट का वर्म छोड़ा जाना था जो नही छोड़ा गया. योजना चालू है. 18 अगस्त से 24 अगस्त का मस्टर रोल भी निकाला गया है.
योजना स्थल पर निर्गत मस्टर रोल में अंकित श्रमिकों को योजना स्थल पर कार्यरत नहीं पाया गया. जांच रिपोर्ट में कहा गया कि केवल मस्टर रोल निर्गत कर फर्जी उपस्थिति अंकित कर राशि निकासी करने की पूर्ण रूपेण तैयारी की गयी थी जो मनरेगा अधिनियम के तहत दंडनीय कृत्य है.
साले में जुयिस पन्ना के खेत में टीसीबी योजना चालू है. जांच के दिन योजना स्थल पर मात्र तीन मजदूर पाये गये. इसी योजना में 18 अगस्त से 24 अगस्त के बीच मस्टर रोल निर्गत किये गये हैं.
योजना स्थल पर कार्यरत श्रमिकों का मिलान निर्गत मस्टर रोल से किया गया जिसमें पाया गया कि योजना स्थल पर कार्यरत श्रमिकों का नाम मस्टर रोल में अंकित नहीं है तथा उसमें अंकित 10 मजदूर योजना स्थल पर कार्यरत नहीं पाये गये.
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ग्राम लरमुमीकला में बंधा किसान के खेत से लतीफ अंसारी के खेत तक नाला जीर्णोधार
इस योजना को योजना स्थल पर पाया गया लेकिन वहां पर कोई बोर्ड लगा हुआ टीम ने नहीं पाया. इस नाले की 250 फीट की लंबाई में जीर्णोधार पाया गया. नाले में औसतन 1 फीट से लेकर 2.5 फीट मिटटी कटाई की बात जांच रिपोर्ट में लिखी है.
वहीं लरमुमीकला में बंधा किसान के खेत से संबीर अंसारी के खेत तक नाला जीर्णोधार में जांच टीम ने 275 फीट लबांई पायी. जांच रिपोर्ट में चौड़ाई को नहीं दर्ज किया गया है.
जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि इस योजना में जांच तिथि से पूर्व ही काम कराये जाने की बात कही गयी है. जबकि अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन में मनरेगा कानून के अनुपालन में कमी नजर आयी. जबकि जांच की गयी 12 योजनाएं धरातल पर पायी गयीं.
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