
Palamu/Latehar : पलामू प्रमंडल के लातेहार जिले के नेतरहाट थाना प्रभारी मुकेश चौधरी को कथित लकड़ी तस्करी करने के आरोप में आज निलंबित कर दिया गया. लातेहार पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनन्द थाना प्रभारी के पद से पदमुक्त करते हुए निलंबित कर दिया है. वहीं साथ ही नेतरहाट थाना प्रभारी के पद पर तत्काल प्रभाव से महुआडांड के सर्किल इंस्पेक्टर बबलु कुमार को प्रतिनियुक्त किया है.
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क्या है मामला?
गत दिनांक 30 मई की रात्रि 8.45 बजे नेतरहाट थाना क्षेत्र के ग्राम बटुआटोली के ग्रामीणों ने लकड़ी तस्करी करने का आरोप लगाते हुए 407 पुलिस वाहन संख्या जेएच01वाई 598 को रोका था. जिसमें पटरा लदा था. ग्रामीणों का आरोप था कि नेतरहाट थाना पुलिस बराबर इस क्षेत्र से कीमती लकड़ी को अवैध रूप से ले जाते हैं.
वहीं पुलिस वाहन के रोके जाने की सूचना मिलने पर तत्कालीन थाना प्रभारी मुकेश चौधरी सदल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे एवं बल पुर्वक गाड़ी को छुड़ा कर थाना ले आये. इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों ने इसकी जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री, डीजीपी एवं लातेहार पुलिस अधीक्षक को देकर थाना प्रभारी मुकेश चौधरी पर कार्रवाई करने की मांग की.
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महुआडांड एसडीपीओ ने की जांच
नेतरहाट थाना प्रभारी मुकेश चौधरी पर ग्रामीणों के द्वारा लकड़ी तस्करी करने का आरोप लगाये जाने पर लातेहार पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद के द्वारा महुआडांड एसडीपीओ रतिभान सिंह को जांच कर रिपोर्ट तलब की गई थी, जिसके उपरांत एसडीपीओ रतिभान सिंह ने मामले की जांच की व जांच के क्रम में लगाये गये आरोप को प्रथम दृष्टया सही पाये जाने संबंधी जांच रिपोर्ट सौंपी. जिसपर लातेहार पुलिस अधीक्षक प्रशांत आनंद ने कारवाई करते हुए नेतरहाट थाना प्रभारी मुकेश चौधरी को थाना प्रभारी के पद से पदमुक्त करते हुए निलंबित कर दिया.
वन विभाग ने भी थानेदार समेत आठ लोगों को बनाया आरोपी
पेड़ कटाई के मामले को लेकर बारेंसाढ़ रेंजर के द्वारा भी नेतरहाट के तत्कालीन थाना प्रभारी मुकेश चौधरी समेत आठ लोगों के विरुद्ध न्यायालय में भारतीय वन अधीनियम 1927 (बिहार वन संशोधन) 1990 की धारा 33, 41, 42, 52, एवं वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 29 एवं 50 के तहत मामला दर्ज कराया गया है. दर्ज मामले में कहा गया है कि विभाग की कारवाई से बचने के लिए नेतरहाट थाना प्रभारी मुकेश चौधरी के द्वारा काला शीशम के पटरा को जब्ती सूची बनाकर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
इस घटना के बाद से दिनांक 31 मई से 2 जून तक लगातार कोरगी एवं बटुआटोली में गुप्त सूचना के आधार पर वन विभाग के कर्मियों के द्वारा छापेमारी अभियान चलाया गया था. जिसमें उसी स्थल पर 45 पीस साल का पटरा, 2 पीस बिजा लाल का पटरा एवं 9 पीस साल का चैखट जब्त किया गया है. जो कि नेतरहाट थाना प्रभारी के द्वारा रखवाया गया था.
क्या कहते हैं नेतरहाट थाना प्रभारी मुकेश चौधरी?
नेतरहाट थाना प्रभारी मुकेश चौधरी का कहना है कि नेतरहाट पंचायत के मुखिया की उपस्थिति में गुप्त सूचना के आधार पर लकड़ी को जब्त करके थाने ला रहे थे. उसी दरम्यान गलतफहमी के कारण ग्रामीणों ने पुलिस वाहन को रोक लिया लिया था.
लेकिन समझाने पर ग्रामीणों ने गाड़ी को छोड़ दिया. बाद में मेरे विरोधियों के द्वारा राजनीति के तहत इस मामले को दूसरा रूप दे दिया गया. मुकेश चौधरी ने कहा कि मैं सच्चाई पर हूं. मुझे विश्वास है कि जांच के उपरांत मैं निर्दोष साबित होऊंगा.
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