
Ranchi:जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन सिंह) रविवार को रांची आ रहे हैं. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार वह झारखंड आ रहे हैं. रविवार को वह पार्टी के झारखंड प्रदेश की ओर से आयोजित प्रदेश कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होंगे तो वहीं इस मौके पर आयोजित एक मिलन समारोह में भी भाग लेंगे जिसमें पूर्व विधायक गौतम सागर राणा के नेतृत्व वाली झारखंड जनता दल का जदयू में विलय किया जायेगा.इससे पूर्व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन सिंह) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘डुप्लीकेट’ क़रार दिया है. ललन सिंह के ताज़ा बयान पर पक्ष-विपक्ष के नेताओं की ओर से कई बयान आए हैं. इससे पहले ललन सिंह पटना में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा था, “2014 के चुनाव में इस देश के आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पूरे देश में घूमकर कह रहे थे कि ‘हम अति-पिछड़ा हैं.’ बताइए गुजरात में अति-पिछड़ा है क्या?” उनके अनुसार, “गुजरात में अति-पिछड़ा नहीं है, पिछड़ा वर्ग है. ये (नरेंद्र मोदी) पिछड़ा वर्ग में भी नहीं थे. वो भी जब ये गुजरात के मुख्यमंत्री बने, तब इन्होंने अपने समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल कर लिया. ये तो ‘डुप्लीकेट’ हैं, ‘ओरिजिनल’ कहां हैं?” “और ये डुप्लीकेट पूरे देश में घूम-घूमकर कह रहे हैं कि अति-पिछड़ा हैं. ये हैं नहीं, लेकिन कहते हैं. वोट के लिए कुछ भी कहते हैं.”

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ललन सिंह ने कहा, “कोई आदमी जब 10 साल देश का पीएम रहेगा, तो देश की जनता को हिसाब-किताब देगा न!” उनके अनुसार, “5 साल बाद जब चुनाव आता है, तो सत्ता में रहने वाला इंसान जनता की अदालत में जब वोट मांगने जाता है, तो बताता है कि उन्होने 5 साल में क्या किया. कभी आपने सुना कि नरेंद्र मोदी जनता के बीच जाकर कहे हों कि उन्होंने क्या-क्या किया? लेकिन नहीं, काम की कोई चर्चा नहीं होगी.”
उन्होंने कहा, “देश में महंगाई और बेरोज़गारी बढ़ रही है. जो रोज़गार है, उसे भी ख़त्म किया जा रहा है. मोदी जी के शासन में जितने रोज़गार ख़त्म हुए हैं, उतने तो आज़ादी के बाद अभी तक ख़त्म नहीं हुए थे.”
बीजेपी ने बयान को बताया शर्मनाक
ललन सिंह के बयान पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि पीएम मोदी के बारे में ऐसी भाषा का प्रयोग करना शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि वे नीतीश कुमार जी से पूछेंगे कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष की यही शालीनता है? रविशंकर प्रसाद के अनुसार, ”आज तक आज़ाद भारत के इतिहास में किसी ने पीएम के बारे में ऐसी बात नहीं की. ये देश के ग़रीबों और पिछड़ों का अपमान है.” उन्होंने कहा, “आज मुझे ललन बाबू से एक ही सवाल पूछना है कि हमारे पीएम पर उनकी इतनी आपत्ति है तो 2019 लोकसभा चुनाव किसके बलबूते पर जीते थे? नीतीश बाबू के बलबूते पर जीते थे या नरेंद्र मोदी जी के नाम पर जीते थे?
ललन सिंह का माफ़ी मांगने से इनकार
बीजेपी की आलोचना और माफ़ी मांगने की मांग करने के बाद ललन सिंह ने माफ़ी मांगने से इनकार कर दिया है. मीडिया में आई खबरों के अनुसार ललन सिंह ने कहा, ”माफ़ी किसलिए? मैंने कौन सा ग़लत शब्द इस्तेमाल किया?””किस डिक्शनरी में ‘बहुरूपी’, ‘ढोंगी’ अससंसदीय भाषा है? मैंने कोई असंसदीय शब्द का इस्तेमाल नहीं किया. आप वैसे इंसान को क्या कहेंगे, जो तरह-तरह के रूप लेकर ग़लत तथ्य पेश कर लोगों को गुमराह करता हो?”